सेविकाओं को जेइएस व एइ से बचाव की दी ट्रेनिंग

दाउदनगर (अनुमंडल): क्यूलेक्स नामक मादा मच्छर के काटने से मस्तिष्क ज्वर नामक लाईलाज व जानलेवा बीमारी होती है. इसे दिमागी बुखार के नाम से भी जाना जाता है. यह बीमारी हर साल अप्रैल से दिसंबर महीने के बीच एक से 15 आयु वर्ग के बच्चों को होती है. उक्त बातें गैर सरकारी संगठन पाथ के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2017 6:52 AM

दाउदनगर (अनुमंडल): क्यूलेक्स नामक मादा मच्छर के काटने से मस्तिष्क ज्वर नामक लाईलाज व जानलेवा बीमारी होती है. इसे दिमागी बुखार के नाम से भी जाना जाता है. यह बीमारी हर साल अप्रैल से दिसंबर महीने के बीच एक से 15 आयु वर्ग के बच्चों को होती है. उक्त बातें गैर सरकारी संगठन पाथ के प्रखंड मॉनिटर अरविंद कुमार सिंहा ने हसपुरा प्रखंड के अहियापुर गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या-32 पर आयोजित सामुदायिक बैठक में कही. उन्होंने कहा कि उक्त बीमारी में तेज बुखार के साथ-साथ उल्टी, कंपकंपी, बेहोशी, कमजोरी व सुस्ती होती है. बच्चा नींद में बड़बड़ाता है. मुंह से झाग आता है. दांत पे दांत लगता है.

ऐसी स्थिति में प्राथमिक उपचार के तौर पर उसे ठंडे पानी की पट्टी देनी चाहिए और शीघ्र निकटतम सरकारी अस्पताल में भेजना चाहिए. उन्होंने कहा कि उक्त बीमारी से बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने-अपने घरों व आसपास के इलाको को साफ-सुथरा रखना चाहिए. इस मौके पर सेविका उषा कुमारी, इंदु कुमारी, बिंदु कुमारी, मधु कुमारी, नगीया देवी, मालती देवी आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे.

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