जीवन को सहज बनाता है विवेक

चित्रकुट से पहुंचीं उषा रामायणी ने सुनायी रामकथा कहा-सत्संग के बिना नहीं होता विवेक दाउदनगर अनुमंडल : त्संगनगर स्थित सत्संग स्थल पर श्रीरामचरित मानस यज्ञ समिति द्वारा रामनवमी के अवसर पर आयोजित प्रवचन के पहले दिन चित्रकुट से आयीं प्रवचनकर्ता उषा रामायणी ने सत्संग के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि सत्संग के बिना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2017 7:49 AM
चित्रकुट से पहुंचीं उषा रामायणी ने सुनायी रामकथा
कहा-सत्संग के बिना नहीं होता विवेक
दाउदनगर अनुमंडल : त्संगनगर स्थित सत्संग स्थल पर श्रीरामचरित मानस यज्ञ समिति द्वारा रामनवमी के अवसर पर आयोजित प्रवचन के पहले दिन चित्रकुट से आयीं प्रवचनकर्ता उषा रामायणी ने सत्संग के महत्व पर प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा कि सत्संग के बिना मनुष्य को विवेक नहीं प्राप्त होता है और बिना विवेक के जीवन सहज नहीं होता. विवेक के माध्यम से ही सुंदर विचार बनाते हैं. जीवन का कोई भी क्षेत्र हो चाहे वह राजनीति हो, व्यवसाय हो या फिर प्रशासन हो बिना विवेक के सुंदर नहीं हो सकता. सत्संग से सुंदर मति, सुंदर गति, सुंदर कृति, सुंदर संपत्ति व सुंदर भलाई प्राप्त होती है. इससे जीवन सार्थक होता है. इसलिए हर व्यक्ति को अपने दिनचर्या में सत्संग को भी अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए. इससे पहले श्रीरामकथा वाचन प्रारंभ हुआ. बड़ी संख्या में लोगों ने कथा का रसपान किया.
प्रवचनकर्ता उषा रामायणी का स्वागत थानाध्यक्ष अभय कुमार सिंह, सब इंस्पेक्टर अरविंद कुमार व बालशरण मोची, समिति के अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी एवं दो महिला भक्तों ने माला देकर किया. आचार्य रघुवंशमणि पांडेय ने संचालन किया. सुलेखा रामायणी ने हनुमान चालीसा का पाठ किया.

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