नामांकन की तैयारी में जुटे प्रत्याशी
नाते-रिश्ते का भी दे रहे हवाला औरंगाबाद सदर : नगर पर्षद चुनाव की सरगर्मी तेज होते ही चुनाव के पहले पड़ाव को प्रत्याशी धूमधाम से पार करने की जुगत में जुटे हुए हैं. पहला पड़ाव यानी नामांकन जो 19 अप्रैल से शुरू है. नामांकन की प्रक्रिया 27 अप्रैल तक चलेगी और फिर नाम वापसी का […]
नाते-रिश्ते का भी दे रहे हवाला
औरंगाबाद सदर : नगर पर्षद चुनाव की सरगर्मी तेज होते ही चुनाव के पहले पड़ाव को प्रत्याशी धूमधाम से पार करने की जुगत में जुटे हुए हैं. पहला पड़ाव यानी नामांकन जो 19 अप्रैल से शुरू है. नामांकन की प्रक्रिया 27 अप्रैल तक चलेगी और फिर नाम वापसी का समय दो मई को निर्धारित किया गया है. तीन मई को चुनाव चिह्न का आवंटन होने के साथ ही प्रचार का दौर भी तेज हो जायेगा. इन सबके बीच प्रत्याशी अपनी अच्छी पारी की शुरुआत करने के लिए नामांकन के दिन खूब तामझाम व लोगों की संख्या के साथ नामांकन का परचा दाखिल करना चाह रहे हैं.
इसके लिए अगर वार्ड के मतदाता या समर्थकों की संख्या कम पड़ जाये, तो भाड़े पर भी लोगों को जुगाड़ कर अपनी मजबूत दावेदारी सिद्ध करने में पीछे हटना नहीं चाहते. वहीं प्रत्याशी अपने जीत की दावेदारी को बनाये रखने के लिए पुराने रिश्ते-नातों को भी खंगालना शुरू कर दिये हैं. वर्षों पहले टूट चुकी दोस्ती को भी जिंदा करने का प्रयास कर रहे हैं और रिश्तों में पड़ी पुरानी दरारों को चुनाव में पाटने का नया-नया बहाना ढूंढते फिर रहे हैं.
सामनेवाले को यह बताने का प्रयत्न कर रहे हैं कि उनसे बड़ा शुभचिंतक कोई नहीं. यही नहीं चुनावी तपिश बढ़ने के साथ पार्षद बनने की चाह लिए प्रत्याशी विधायक व सांसद को भी अपना रिश्तेदार बताने लगे हैं. ताकि, इनके प्रभाव में मतदाता आ सके, पर शहर के लोग भी धीरे-धीरे यह बेहतर रूप से समझ गये हैं कि हर बार प्रत्याशी कुछ न कुछ नया करामात करते हैं. ऐसे में मौन साधे मतदाताओं के मन में नेपथ्य से बस एक ही गीत चल रहा है कि ये पब्लिक है सब जानती है, ये पब्लिक है.