बिजली चोरी के आरोप में मृत को बनाया आरोपित

19 मई को दर्ज की गयी थी प्राथमिकी औरंगाबाद शहर : औरंगाबाद विद्युत विभाग का कारनामा सुर्खियों में रहता है. कभी जरूरत से ज्यादा उपभोक्ताओं को बिल देने के लिए, तो कभी उपभोक्ताओं से उलझने के लिए. विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. इस बार विद्युत विभाग के कनीय अभियंता ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2017 9:02 AM
19 मई को दर्ज की गयी थी प्राथमिकी
औरंगाबाद शहर : औरंगाबाद विद्युत विभाग का कारनामा सुर्खियों में रहता है. कभी जरूरत से ज्यादा उपभोक्ताओं को बिल देने के लिए, तो कभी उपभोक्ताओं से उलझने के लिए. विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. इस बार विद्युत विभाग के कनीय अभियंता ने विद्युत चोरी के मामले में अंसारबाग मुहल्ले के मृत व्यक्ति मो कमरूदीन को ही आरोपित बनाते हुए नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करा दी. हालांकि यह प्राथमिकी 19 मई को दर्ज की गयी है, लेकिन इसका खुलासा तब हुआ जब कनीय विद्युत अभियंता ने नगर थाना को एक शुद्धि पत्र देकर मृत कमरूदीन के जगह पर उनके बेटे को आरोपित बनाने की मांग की.
गौरतलब है कि 19 मई को कनीय विद्युत अभियंता गोविंदा कुमार के नेतृत्व में विद्युत चोरी के खिलाफ औरंगाबाद शहर के अंसारबाग और पुरानी जीटी रोड के इलाके में छापेमारी की गयी थी. इस मामले में अंसारबाग के मो कमरूद्दीन और पुरानी जीटी रोड निवासी राम अवतार प्रसाद को आरोपित बनाते हुए नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. थानाध्यक्ष राजेश वर्णवाल ने इस मामले की जांच पुलिस पदाधिकारी रामस्वरूप राम को सौंपी. पुलिसिया जांच के दौरान कमरूद्दीन को मृत पाया गया था. कनीय अभियंता ने भी अपनी गलती स्वीकारी और फिर नगर थानाध्यक्ष को पूरे मामले की जानकारी दी.
कनीय अभियंता ने पुलिस को बताया कि मो कमरूद्दीन की मृत्यु विगत वर्ष ही हो गयी है. कमरूद्दीन के नाम पर घर का कनेक्शन चल रहा था, जबकि वर्तमान में उपभोक्ता कमरूद्दीन का पुत्र मो रफीक है. इस संबंध में नगर थानाध्यक्ष राजेश वर्णवाल ने कहा कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

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