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गिरते जलस्तर को लेकर प्रशासन गंभीर

जिले में इस वर्ष 4.40 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य

औरंगाबाद शहर. डीएम की अध्यक्षता में ग्रामीण विकास विभाग से संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा हुई़ मनरेगा योजना के तहत मानव दिवस सृजन की समीक्षा में पाया गया कि जून में मानव दिवस का सृजन लक्ष्य के अनुरूप नहीं किया गया है. आदेश दिया गया कि सक्रिय मजदूरों से काम की मांग अभियान चला कर रोजगार उपलब्ध कराया जाये. वैसी योजनाओं को प्राथमिकता दी जाये, जो जल संचय के लिए आवश्यक हो. सोख्ता, तलाब, वाटर हार्वेस्टिग जैसी योजनाओं पर विशेष ध्यान देने को कहा गया, ताकि जल स्तर को कम होने से रोका जाये. लघु सिंचाई विभाग की योजनाओं को पूरा करने का निर्देश दिया गया. पौधारोपण योजनाओं की समीक्षा में बताया गया कि इस वर्ष करीब 444000 पौधे लगाने का लक्ष्य है. विभिन्न कार्यक्रम पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि पहले लगाये गये पौधारोपण में करीब 60% तक जीवित है. लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान का समीक्षा में डीएम ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि व्यक्तिगत शौचालय का लंबित जियो टैग को अविलंब पूर्ण करते हुए लाभुक का प्रोत्साहन राशि भुगतान यथाशिघ्र सुनिश्चित करें. यह भी निर्देश दिया गया कि जिस पंचायतों में ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन क्रियान्वयन कार्य शुरू किया गया है उसका अनुश्रवण नियमित रूप से करें, ताकि कचड़ा का उठाव पंचायतों में नियमित रूप से होता रहे. लंबित अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का निर्माण इस माह में पूरा करने का भी निर्देश सभी बीडीओ को दिया गया. प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की समीक्षा में डीडीसी ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि पुराने लक्ष्य में जो आवास अपूर्ण है, उसे तेजी से पूरा कराएं. जिला स्तर से एक वार रूम बनाया जायेगा, जो इसकी निगरानी व पूर्णता के लिए काम करेगा. बैठक में डीडीसी अभयेंद्र मोहन सिंह, निदेशक आलोक कुमार, लेखा प्रशासन व प्रखंड स्तरीय सभी बीडीओ, सभी कार्यक्रम पदाधिकारी शामिल हुए.

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