औरंगाबाद ग्रामीण. शहर के श्रीकृष्ण नगर अहरी में बिजली करेंट की चपेट में आने से युवक की मौत हो गयी. मृतक की पहचान उक्त मुहल्ला निवासी व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता कामेश्वर सिंह के पुत्र विकास कुमार के रूप में हुई है. इस घटना में घर का इकलौता चिराग बुझ गया. विकास किसी काम से छत पर खाली पैर बैठा था. इसी दौरान छत के ऊपर से गुजरे बिजली के तार की चपेट में आकर अचेत हो गया. किसी तरह परिजनों ने घर की बिजली सप्लाई बंद कर विकास को आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. वहां के डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति में रेफर कर दिया. पता चला कि परिजन विकास को गोपाल नारायण सिंह मेडिकल कॉलेज जमुहार लेकर जा रहे थे. लेकिन, बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. परिजनों ने बताया कि विकास दूसरे प्रदेश में प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था. कुछ दिन पहले ही छुट्टी लेकर वह बहन की शादी में घर आया था और काफी धूमधाम से बहन की शादी की थी. हालांकि, ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. बहन को विदा करने के 20 दिन बाद ही विकास खुद इस दुनिया से विदा हो गया. इधर, परिजनों ने सदर अस्पताल के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. आरोप है जब विकास को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था, तो चिकित्सकों ने इलाज में लापरवाही बरती. उस समय वार्ड में एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे. डॉक्टर के नहीं रहने पर नर्स एवं जीएनएम उसकी इलाज में लगे हुए थे. परिजन वैसी परिस्थिति में चिकित्सक को खोज रहे थे. परिजनों ने इसकी सूचना उपाधीक्षक डॉ आशुतोष कुमार सिंह को दी. करीब आधे घंटे बाद चिकित्सक सदर अस्पताल पहुंचे और विकास के इलाज में जुटें. हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी, डॉक्टरों ने तुरंत उसे रेफर कर दिया. नारायण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल जमुहार पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं मुहल्ले में मातम पसर गया.
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