Coronavirus को लेकर औरंगाबाद के सभी मंदिर बंद, देव में नहीं लगेगा चैती छठ मेला
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए औरंगाबाद जिलाधिकारी ने जिले के सभी मंदिरों को बंद करने का आदेश दिया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि इस साल देव में चैती छठ मेले का आयोजन नहीं होगा. साथ ही आम लोगों से अपील की गयी है कि सभी लोग अपने-अपने घरों में रहे. बच्चों को बाहर नहीं जाने दें. प्रतिबंध के बावजूद जो लोग इधर-उधर घूमते नजर आयेंगे, उन पर प्रशासन की नजर रहेगी.
औरंगाबाद : देश में तेजी से फैल रहे कोरोनावायरस के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा कड़ा निर्णय लिया गया है जिले के इतिहास में पहली बार इस बार विश्व विख्यात सूर्य नगरी देव में चैती छठ मेला का आयोजन नहीं होगा ।वहीं जिले के सभी प्रसिद्ध मंदिर रविवार से 31 मार्च तक के लिए बंद करने का आदेश दिया है ।शनिवार को जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और पुलिस अधीक्षक दीपक वर्णवाल ने जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बैठक कर जिले के सभी मंदिर को बंद करने का निर्देश दिया.
जिलाधिकारी जोरवाल ने बताया कि जिस तरीके से देश में कोरोना वायरस फैल रहा है, इस पर रोकथाम के लिए जिले के सभी प्रसिद्ध मंदिरों, सूर्य मंदिर देव, सतबहिनी मंदिर अंबा, गजना मंदिर, उमगा मंदिर, देवकुंड धाम सहित अन्य प्रसिद्ध मंदिरों को रविवार से बंद करने का निर्देश दिया गया है. वहीं, जिले वासियों से अपील की गयी है कि सभी लोग अपने-अपने घरों में रहे. बच्चों को बाहर नहीं जाने दें. जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकले.
इस बाबत पुलिस अधीक्षक दीपक वर्णवाल ने कहा कि मंदिरों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से बंद किया गया है. वहां पर पुलिस जवानों की तैनाती की जायेगी. प्रतिबंध के बावजूद जो लोग इधर-उधर घूमते नजर आयेंगे, उन पर प्रशासन की नजर रहेगी. आम लोगों से अपील की जायेगी कि भीड़-भाड़ इलाके में ना जाएं, सावधानी बरतें.