अंबा. गोल्डन कोचिंग सेंटर अंबा के संचालक चिल्हकी बिगहा गांव निवासी सुरेंद्र मेहता के 32 वर्षीय पुत्र शिक्षक बादल कुमार की मौत सड़क दुर्घटना में हो गयी. जबकि, माली थाना क्षेत्र के बसौरा गांव निवासी 23 वर्षीय रविकांत कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया. घटना शनिवार की देर शाम एनएच 139 पर शिव शक्ति होटल हरदत्ता गांव के समीप की है. दोनों बाइक पर सवार होकर हरिहरगंज से अंबा लौट रहे थे. इसी क्रम में अंबा से हरिहरगंज की ओर जा रहे ट्रक की चपेट में आ गये. दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी की बाइक के साथ दोनों युवक सीधा ट्रक के नीचे चले गये. आसपास के लोगों ने बड़ी ही मुश्किल से दोनों को ट्रक के नीचे से बाहर निकाला. इसके बाद बादल को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल कुटुंबा एवं रविकांत को सदर अस्पताल औरंगाबाद ले जाया गया. बादल की हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया. परिजन उसे सदर अस्पताल ले गये. सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने बादल को ईसीजी कराने का सुझाव दिया. ईसीजी खराब रहने के कारण परिजन उसे ईसीजी कराने एचडी हॉस्पिटल ले गये. एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने के क्रम में ही उसकी मौत हो गयी और चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया. सूचना मिलते हैं प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र कुमार, जदयू नेता वीरेंद्र मेहता, बैजनाथ मेहता, प्रमोद मेहता, करण पासवान समेत कई समाजसेवी एवं जनप्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे और दुख व्यक्त किया. बादल की मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. उसके पिता सुरेंद्र मेहता एवं मां की स्थिति तो काफी खराब थी. बादल की पत्नी दरभंगा में शिक्षक है. बीपीएससी टीआरई वन के तहत पत्नी का चयन शिक्षक के रूप में हुआ था. दुर्घटना की सूचना पाकर रविवार की सुबह वह घर पहुंची और शव देख बेहोश होकर गिर गयी. रविवार की सुबह शव के अंतिम दर्शन को लेकर घर पर लोगों की भीड़ जुट गयी. प्रखंड प्रमुख के अलावा राजद के जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा, प्रखंड अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा, अंबा में शिक्षण कार्य से जुड़े दर्जनों शिक्षक उनके आवास पर पहुंचे और अंतिम संस्कार में शामिल हुए. वहां पहुंचने वाले हर लोगों की आंखें नम थी. दुर्घटना में जख्मी दूसरे युवक रविकांत को भी सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया. औरंगाबाद से रेफर करने के बाद परिजन उसे इलाज के लिए ट्राॅमा सेंटर वाराणसी ले गये, जहां रविकांत का इलाज जारी है. रविकांत अंबा के देवची बिगहा में अपने मामा सुरेंद्र पासवान के घर रहकर एक निजी पैथो लैब में काम करता है. अंबा. बादल के निधन पर रविवार को अंबा में सभी कोचिंग संस्थान बंद रहे. मौत की सूचना मिलते ही सभी कोचिंग संचालक द्वारा संस्थान बंद रखने की सूचना दे दी गयी. अंबा में शैक्षणिक कार्य से जुड़े दर्जनों शिक्षक अंतिम संस्कार में शामिल हुए. इसके साथ ही न्यू विजन क्लासेस अंबा में कोचिंग संघ द्वारा शोकसभा आयोजित की गयी. रामजीत सिंह की अध्यक्षता में आयोजित शोकसभा में अंबा के सभी कोचिंग संचालक से जुड़े शिक्षक शामिल हुए. कोचिंग संघ के अध्यक्ष रमेश पांडेय ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि बादल कुमार का निधन शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. शिक्षक नीरज कुमार पांडेय ने कहा कि बादल सुयोग्य शिक्षक थे. वे अपने पिता के साथ मिलकर कोचिंग का संचालन करते थे. अपने शिक्षण कला से उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एक पहचान कायम किया था. संतन सिंह ने कहा कि अपने कम उम्र में ही बादल सर ने बेहतर कामयाबी हासिल किया था. अमरेश कुमार ने कहा कि हम सभी ने एक सुयोग शिक्षक को दिया है. शिक्षक रवि कुमार समेत अन्य लोगों ने भी संवेदना व्यक्त किया. इसके साथ ही 2 मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गयी. इस मौके पर शिक्षक अरुण कुमार, अजीत ठाकुर, दानिश कुमार, सिकंदर कुमार आदि थे.
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