औरंगाबाद सदर. सोननगर-पतरातू तीसरी लाइन परियोजना के अंतर्गत 16 किलोमीटर लंबे जपला-नवीनगर नवनिर्मित रेलखंड पर ट्रेन परिचालन को हरी झंडी मिल गयी है. गुरुवार को रेलवे संरक्षा आयुक्त, पूर्वी सर्किल सुवोमोय मित्रा ने रेलखंड का निरीक्षण किया. पहले जपला से नवीनगर तक मोटर ट्रॉली से उन्होंने निरीक्षण किया. इसके साथ ही स्पेशल ट्रेन द्वारा जपला से नवीनगर तक स्पीड ट्रायल भी सफलतापूर्वक संपन्न हो गया. निरीक्षण के दौरान पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के मंडल रेल प्रबंधक राजेश गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे. निरीक्षण के उपरांत रेल संरक्षा आयुक्त ने संरक्षा तथा सुरक्षा मानकों को पूरा करते हुए नवनिर्मित जपला-नवीनगर तीसरी रेल लाइन पर ट्रेनों के परिचालन की स्वीकृति प्रदान कर दी. गौरतलब है कि 291 किलोमीटर लंबे सोननगर-पतरातू तीसरी लाइन परियोजना वर्ष 2015-16 में 4500 करोड़ की लागत से स्वीकृत की गयी थी. यह बिहार के औरंगाबाद और झारखंड के रामगढ़, हजारीबाग, लातेहार, पलामू और गढ़वा जिलों से होकर गुजरती है. यह परियोजना नवीनगर और टंडवा स्थित सुपर थर्मल पावर प्लांटों को कोयले की निर्बाध आपूर्ति के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही यह सोननगर में डीएफसी लाइन के साथ विलय के लिए फीडर मार्ग के रूप में भी काम करेगी. सोननगर-पतरातू तीसरी लाइन परियोजना को अलग-अलग चरणों में पूरा किया जा रहा है. गौरतलब है कि इस परियोजना के तहत अबतक 145 किलोमीटर रेलखंड का कार्य पूरा हो चुका है तथा शेष का निर्माण कार्य प्रगति पर है.
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