औरंगाबाद शहर.
अदरी बचाओ आंदोलन यात्रा का आगमन गुरुवार को औरंगाबाद शहर में हुआ और शाहपुर अखाड़ा, धर्मदास संगत, बिराटपुर अखाड़ा, गंगटी, नावाडीह, काली क्लब तक भ्रमण किया गया. इस यात्रा को लेकर शहरवासी काफी उत्साहित दिखे. शहर वासियों ने इस यात्रा को एक क्रांतिकारी यात्रा बताया. कहा कि यह आंदोलन से हमसभी को जल संकट से आजादी मिलने वाला आंदोलन साबित होगा. आंदोलन के संयोजक अनिल सिंह ने बताया कि जिस तरह ग्रामीण से लेकर शहर वासियों का इस यात्रा को समर्थन और आशीर्वाद मिल रहा है, उससे हम सभी के अंदर नयी ऊर्जा का संचार हो रहा है. जब इस यात्रा को लेकर इतने लोगों का आशीर्वाद साथ है तो निश्चित रूप से आंदोलन सार्थक साबित होगा. बताया कि 24 दिसंबर एक ऐतिहासिक दिन होगा, जब हमसभी मिलकर एक साथ अपनी हक की लड़ाई के लिए आवाज बुलंद करेंगे. अदरी नदी को अब नाला से मुक्त कर करेंगे. नदी पहले की तरह स्वच्छ और निर्मल होगी. इसके लिए हम सभी संकल्पित हैं. भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह कहा कि अब समय हम सबको जगने का आया गया है. अभी भी हमसभी अपनी नदियों के बचाव में आगे नहीं आए तो यह समस्या विकराल हो जायेगी. वार्ड पार्षद छोटू चौधरी, वार्ड पार्षद अमित अखौरी, रंजय अग्रहरि सभी ने संयुक्त रूप से इस आंदोलन को समर्थन देते हुए बताया कि यह आंदोलन समाज के हित से जुड़ा है. इस आंदोलन से सभी को जुड़ना चाहिए, ताकि अपनी नदियों को बचाया जा सके. यदि नदियां सुरक्षित रहेगी, तभी हमारा भविष्य सुरक्षित होगा. नदियों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए हम सबको संकल्पित होने की जरूरत है. समाजसेवी आदित्य श्रीवास्तव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि 24 दिसंबर को आंदोलन के महासभा में शामिल होकर सफल बनाएं. यह व्यक्तिगत आंदोलन नहीं समाज की लड़ाई का आंदोलन है. मौके पर सुजीत सिंह, सुमन अग्रवाल, राजू पटवर्धन, अशोक सिंह, शशि सिंह, कैलाश पासवान, ई बीके पाठक, तुलसी सिंह, विक्रांत सिंह, दीपक कुमार, आदित्य श्रीवास्तव, प्रिंस सिंह, अमर कुमार, धर्मेंद्र कुमार, विनोद सिंह, विकास बारूद, विकास सिंह, गुड्डू सिंह सहित अन्य कई लोग मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है