Aurangabad News : बाइपास रेल लाइन परियोजना को मिली सौगात
Aurangabad News: गया-गढ़वा आने-जाने में समय व दूरी की होगी बचत
औरंगाबाद शहर. पूर्व मध्य रेल के दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) मंडल के अंतर्गत व्यस्ततम रेल मार्गों में एक गया-गढ़वा (वाया सोन नगर) रेलखंड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नयी बाइपास रेल लाइन का तोहफा दिया है. इससे स्थानीय लोगों में हर्ष है. पीएम मोदी ने इसका शिलान्यास बुधवार को दरभंगा में एम्स के निर्माण सहित 1200 करोड़ से अधिक की योजनाओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया. दरभंगा से पीएम मोदी द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किये गये शिलान्यास के दौरान स्थानीय स्तर पर औरंगाबाद जिले के सोननगर स्टेशन पर रेल प्रबंधन द्वारा भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में विधान पार्षद दिलीप कुमार सिंह, पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा, डीडीयू मंडल के मंडल रेल प्रबंधक राजेश गुप्ता, सीनियर डीसीएम सुधांशु रंजन, आरपीएफ के कमांडेंट जेबी राज सहित अन्य रेल अधिकारी व जनप्रतिनिधि शामिल हुए. इस दौरान रेल अधिकारियों ने विधान पार्षद का बुके देकर स्वागत किया. मौके पर स्कूली छात्राओं ने अतिथियों के सम्मान में कार्यक्रम की प्रस्तुति दी, जिन्हें कार्यक्रम के समापन के बाद रेल अधिकारियों ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इस बाइपास रेल लाइन के बनने से रेल यातायात और भी सुगम हो जायेगा और लोगों को गढ़वा से गया आने-जाने में आसानी होगी. मौके पर पीएसी सदस्य अजय यादव, बारुण नगर पंचायत के चेयरमैन रंजन सिंह, रेलवे के मुख्य अभियंता निर्माण आरएन झा, उप मुख्य अभियंता अमित कुमार गुप्ता, सीनियर डीएसटीइ राजेश कुशवाहा, सीनियर डीपीओ सुरजीत सिंह, सीनियर डीएन अजय चौधरी, एडीएन निर्माण शंभू गुप्ता, सोननगर के स्टेशन प्रबंधक राजीव कमल आदि जनप्रतिनिधि, रेलकर्मी एवं स्थानीय लोग भी मौजूद थे.
10 किमी लंबी बाइपास रेल लाइन पर खर्च होंगे 224 करोड़
जानकारी के अनुसार 10 किलोमीटर लंबी इस नयी बाइपास रेल लाइन का निर्माण चिरैला-पौथू और बगहा-बिशुनपुर तक किया जायेगा और इसके निर्माण पर 224 करोड़ से अधिक की राशि खर्च होगी. नयी बाइपास रेल लाइन के निर्माण से इस रेलखंड पर न केवल ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी बल्कि रेल ट्रैफिक भी सुगम हो सकेगा. साथ ही गया और गढ़वा के बीच की दूरी भी कम होगी. इस नयी बाइपास रेल लाइन का निर्माण पूरा होने के बाद गया से गढ़वा जाने के लिए सोननगर स्टेशन नहीं आना पड़ेगा. बल्कि ट्रेन चिरैला-पौथू से बाइपास के माध्यम से गढ़वा की ओर रवाना हो जायेगी. इससे दूरी और समय दोनों की बचत होगी. साथ ही परियोजना के पूरा होने से सोननगर के भीड़भाड़ वाले यार्ड में शंटिंग और इंजन रिवर्सल से समय की बचत होगी व बीआरबीसीएल और एनएसटीपीएस बिजली संयंत्र को कोयले के रेक की आपूर्ति निर्बाध रूप से हो सकेगी. इस बाइपास के निर्माण से ग्रैंड कॉर्ड रेल लाइन पर चतरा-गया, बानादाग-कोडरमा और अन्य मार्ग से कोयले के रैक की आवाजाही सीधे ग्रैंड कॉर्ड रेल लाइन से बरवाडीह सेक्शन में हो पायेगी. यह परियोजना समय की बचत के साथ ही निर्बाध गति से संरक्षित, सुरक्षित ट्रेनों के संचालन में भी सहायक होगी. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास के बाद नयी बाइपास रेल लाइन के निर्माण का काम तेजी से शुरू होगा.
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