Aurangabad News : प्रतिमा को लेकर गहराया विवाद
Aurangabad News: दानी बिगहा स्टैंड में पुलिस की तत्परता से हटा मजमा
औरंगाबाद नगर. औरंगाबाद शहर के दानी बिगहा बस स्टैंड में पूर्व मंत्री रामविलास सिंह यादव की प्रतिमा लगाने और हटाने के बाद अचानक विवाद गहरा गया. शुक्रवार को दोनों पक्ष आमने-सामने हो गये. एक समय तो ऐसा लगा कि विवाद कहीं बड़ा रूप न ले ले. एक पक्ष ने प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया, तो दूसरे पक्ष ने प्रतिमा लगाने की बात को नाजायज व गलत ठहराया. यही नहीं उसी परिसर में भूमिदाता रामविलास सिंह की प्रतिमा लगाने और स्टैंड का नामकरण करने की मांग की. प्रतिमा विवाद और जमावड़े की सूचना पर नगर थाना पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत कराया. भरथौली रामविलास नगर गांव निवासी समाजसेवी सर्वणजीत सिंह ने बताया कि उक्त जमीन भरथौली निवासी रामविलास सिंह ने दान में दी थी. पहले सरकार को दी गयी और सरकार की ओर से जिला पर्षद को दी गयी. कुछ दिन पहले यहां चोरी छिपे पूर्व मंत्री रामविलास सिंह यादव की प्रतिमा लगा दी गयी, जिसका वे लोग शांतिपूर्ण विरोध करने पहुंचे. जब स्टैंड परिसर पहुंचे तो पता चला कि प्रतिमा को हटा दिया गया है. उक्त जमीन रामविलास सिंह ने दान में दी थी इसलिए उनकी भी प्रतिमा लगनी चाहिए और बस स्टैंड का नाम भी उनके नाम पर होना चाहिए. धर्मेंद्र सिंह, चंदन सिंह, मंजीत सिंह आदि लोगों का कहना था कि मामला हाई कोर्ट में है और इसकी सूचना अधिकारियों को दी गयी है. जब तक हाई कोर्ट से कोई फैसला नहीं आता है तब तक यहां शिलान्यास और नामकरण का कार्य नहीं होना चाहिए. वे लोग पूर्व मंत्री की प्रतिमा लगाने को लेकर विरोध नहीं कर रहे है, बल्कि भूमिदाता की भी प्रतिमा लगाने की मांग कर रहे है. धर्मेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि प्रतिमा लगाने की जब सरकारी अनुमति ही प्राप्त नहीं है, तो कैसे चोरी-छिपे प्रतिमा लगा दी गयी. इधर, दूसरे पक्ष से जिला पार्षद अनिल यादव ने बताया कि प्रतिमा शुभ मुहूर्त में दो दिन पहले लगायी गयी थी. जिला पर्षद अध्यक्ष प्रतिनिधि के इशारे पर प्रतिमा को दानी बिगहा बस स्टैंड के संवेदक ने हटा दिया. उन लोगों को जानकारी मिली की प्रतिमा तोड़ दी गयी है. इसके बाद वे लोग यहां पहुंचे हैं. यह भी कहा कि प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव जिला पर्षद से पारित है और इस पर कोई विवाद नहीं है. उपप्रमुख ओम प्रकाश उर्फ बादशाह यादव ने कहा कि दोनों पक्षों में कोई विवाद नहीं है. भूमिदाता की भी प्रतिमा लगे. इस पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. इधर, नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिला पर्षद स्टैंड के संवेदक द्वारा प्रतिमा थाने में लगायी गयी है. उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी. दोनों पक्षों के बीच वार्ता से ही मामले का हल निकलेगा. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
क्या कहती हैं जिप अध्यक्ष
जिला पर्षद अध्यक्ष प्रमिला देवी ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व झूठी लोकप्रियता हासिल करने के लिए आरोप लगा रहे है. वे खुद नहीं चाहते कि पूर्व मंत्री की प्रतिमा लगे. जब सबकुछ नियमानुकूल हो रहा है, तो आपत्ति किस बात की. जिला पर्षद की बैठक में पूर्व मंत्री की आदमकद प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव पास हुआ था. डीएम के पास फाइल भेजा गया है. जो आरोप उनके प्रतिनिधि पर लगाया गया है वह बेबुनियाद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है