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Aurangabad News : मिट्टी के दीये हमारी संस्कृति के अहम अंग

Aurangabad News : Earthen lamps are important part culture

By Prabhat Khabar News Desk | October 24, 2024 10:41 PM

मदनपुर. दीपावली स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण से जुड़ा त्योहार है. इस त्योहार का महत्व घरों में साफ-सफाई, सजावट, पूजा पाठ व उपहारों व मिठाइयों का आदान-प्रदान होता है. गंदगी को अशुभ माना जाता है. हालांकि, भौतिकतावाद के दौर में लोगों ने त्योहार पर पर्यावरण अनुकूल चीजों से मुंह फेर लिया है. सजावट के सामानों में प्लास्टिक के उत्पादों की भरमार हो गयी है. मिट्टी के दीयों की जगह मॉड्यूलर कैंडल ने ले लिया है. पहले जहां लोग पूरे परिवार और आस-पड़ोस के लोगों के साथ मिलकर त्योहार की खुशियां मनाते थे, अब हम संकुचित होते जा रहे हैं. ऐसे में प्रभात खबर ने दीया मिट्टी का जलाएं, पर्यावरण बचाएं अभियान शुरू किया है. इस अभियान का ध्येय लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और आस-पड़ोस के लोगों को दीपावली पर मिट्टी के दीये जलाने के लिए जागरूक करना है. प्रभात खबर का यह अभियान गुरुवार को मदनपुर प्रखंड मुख्यालय के उमंगेश्वरी नगर स्थित नालंदा इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल पहुंचा. इस अभियान में बीडीओ अवतुल्य कुमार आर्य शामिल हुए और स्कूली बच्चों को शपथ दिलाते हुए कहा कि हम सभी पर्यावरण अनुकूल दीपावली मनाएं. मिट्टी के दीये जलाएं और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में भूमिका निभाएं.

दिवाली पर मिट्टी का दीप एक छोटा कदम, बड़ा बदलाव : बीडीओ

बीडीओ अवतुल्य कुमार आर्य ने कहा कि प्रभात खबर द्वारा चलाया जा रहा मुहिम एक सराहनीय कदम है. परंपरा व पर्यावरण के संरक्षण के लिए मिट्टी के दीये जलाना है, इनसे कोई प्रदूषण नहीं होता है. कृत्रिम रोशनी आंखों और त्वचा के लिए हानिकारक होती है. मिट्टी के दीये की रोशनी आंखों को आराम पहुंचाती है. मिट्टी के दीये हमारी संस्कृति के एक अहम अंग है. दिवाली पर इसे जलाकर हम अपनी परंपराओं को याद रखते हैं. मिट्टी के दीये बनाने वाले कारीगरों को प्रोत्साहित करने का भी अच्छा मौका है. आइए, इस दीपावली हम सभी मिलकर मिट्टी के दीये जलाएं और एक स्वच्छ और हरा-भरा पर्यावरण बनाने में अपना योगदान दे.

शिक्षकों और बच्चों ने लिया संकल्प

प्रभात खबर के दीया मिट्टी का जलाएं, पर्यावरण बचाएं अभियान में शामिल शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने संकल्प लिया कि इस दीपावली मिट्टी के दीये जलायेंगे. ग्रीन पटाखे चलाएंगे और सुरक्षा का ध्यान रखेंगे. अपने एक दोस्त की दिवाली मनाने में उसकी मदद करेंगे. अपने परिजन व बुजुर्गों के साथ मिलकर दिवाली मनायेंगे. घर के आसपास सफाई करेंगे और लोगों को भी प्रेरित करेंगे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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