औरंगाबाद नगर. शराब बंदी अगर धंधेबाजों व शराबियों के लिए काल बन रहा है, तो पैसे उगाही का जरिया भी बन गया है. कैसे शराब के मामले में जेल भेजने के नाम पर कुछ लोग चक्रव्यूह रच रहे है और विभाग को बदनाम करने में जुटे हैं. इसका एक उदाहरण औरंगाबाद शहर से गिरफ्तार हुए और फिर डील के बाद छुटे उस युवक की वायरल ऑडियो व वीडियो में सामने आया है. शहर के कॉलेज मोड़ के समीप से धीरज नामक एक युवक को पकड़ा गया और फिर 50 हजार रुपये में डील कर उसे छोड़ भी दिया गया. इस पूरे प्रकरण का ऑडियो व वीडियो शहर में तेजी से वायरल हो रहा है. डील में उत्पाद विभाग में कार्यरत होमगार्ड के जवान किसी बसंत का नाम सामने आया है. एक-दो नहीं बल्कि कई ऑडियो डील से संबंधित वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि बसंत के रिश्तेदार ने पैसा पहुंचाने की जिम्मेदारी ली और एक-एक पैसे को गिनकर वहां तक पहुंचाया. वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक व्यक्ति पैसा गिन रहा है और पास में खड़ा एक व्यक्ति कुछ पैसे लिए हुए है. हालांकि प्रभात खबर इन सभी वायरल ऑडियो और वीडियो की किसी तरह से पुष्टि नहीं करता है.
वायरल ऑडियो से समझिए कैसे हुआ डील
ऑडियो में दो व्यक्ति एक नीरज और बसंत की आवाज का दावा किया जा रहा है. दोनों ने एक-दो बार नहीं बल्कि कई बार डील को लेकर चर्चा किये. युवक को छुड़ाने के नाम पर एक लाख रुपये की मांग की गयी. बसंत द्वारा कहा गया कि साहब एक से कम नहीं लेंगे, लेकिन हम अपने रिस्क पर 60 में करा देंगे. बातचीत के बाद एक जगह पर पीड़ित पक्ष द्वारा 50 हजार रुपये एक व्यक्ति को दिया गया. उस व्यक्ति ने एक-एक पैसे गिनकर लिये. पैसा प्राप्त होने के बाद पकड़ा गया युवक छूट गया. कुछ क्षण बाद पुलिस के चंगुल से आजाद हुए युवक ने एक वीडियो वायरल किया, जिसमें बताया कि वह सुबह छह-सात बजे के करीब रमेश चौक पर चाय पीने गया था. वापस तेंदुआ स्थित घर लौट रहा था. इतने में उत्पाद पुलिस की गाड़ी ओवरटेक करते हुए सिन्हा कॉलेज मोड़ पहुंची और कोई सकलदेव सर ने उसे पकड़ लिया. युवक ने वीडियो में बताया है कि उससे 50 हजार रुपये की मांग की गयी. कहा गया कि दारू के केस में जेल भेज देंगे इसके बाद 50 हजार रुपये पर डन हुआ और वह छूट गया. बड़ी बात यह है कि वायरल ऑडियो से पता चलता है कि बसंत नामक किसी होमगार्ड जवान की भूमिका पूरी तरह संदिग्ध है. इधर, आरोपित बसंत से पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन अखबार का नाम सुनते ही उसने फोन काट दिया और मोबाइल बंद कर दिया. इधर, उत्पाद पदाधिकारी सकलदेव ने बताया कि वे न तो किसी को गिरफ्तार किये है और न किसी तरह की उन्हें जानकारी है. यह आरोप गलत है.क्या कहते हैं उत्पाद अधीक्षक
उत्पाद अधीक्षक अनिल आजाद ने बताया कि बसंत नामक व्यक्ति प्रतिनियुक्ति पर होमगार्ड से है. उस पर कार्रवाई की जायेगी. वह एक्साइज का कर्मचारी नहीं है. इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है