औरंगाबाद कार्यालय.
भारतमाला प्रोजेक्ट कैंप पर फायरिंग करने वाले चार अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से एक पिस्टल, दो कट्टा, सात कारतूस, चार मोबाइल फोन व दो बाइकें बरामद किया गया है. इसी के साथ पुलिस ने कैंप पर फायरिंग करने के मामले के साथ ही आपराधिक गिरोह का उद्भेदन कर लिया. पकड़े गये अपराधियों में पलामू जिले के सतबरवा थाना क्षेत्र के कुशी कर्मा गांव निवासी नर्मदेश्वर सिंह के पुत्र सूरज सिंह, छतरपुर थाना क्षेत्र के नावाबाजार खोड़ी निवासी उदेश्वर राम के पुत्र ऋषिराज उर्फ ऋषिकांत, मेदनीनगर थाना क्षेत्र के वैरिया निवासी संतोष सिंह के पुत्र चेतन सिंह और शहर थाना क्षेत्र के बेलवा टीका निवासी अजीत सिंह के पुत्र अर्जुन सिंह उर्फ कन्हैया शामिल हैं. इन चारों अपराधियों में दो लोगों ने बेस कैंप पर हमला किया था. वैसे एक अन्य अपराधी भी हमले में शामिल था. यानी तीन अपराधियों में दो पुलिस के हत्थे चढ़ गये.23 दिसंबर की रात कंपनी के कैंप पर हुआ था हमला
एसपी अंबरीश राहुल ने बताया कि 23 दिसंबर की रात आठ बजे भारतमाला प्रोजेक्ट में रोड बनाने वाले कंपनी पीएनसी के वेस कैंप पर तीन अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा फायरिंग की थी और धमकी वाला पर्चा फेंका गया था. उस घटना के उद्भेदन के लिए पुलिस अधीक्षक ने एसडीपीओ सदर एक के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन किया था. एसआइटी ने आसूचना संकलन व तकनीकी विश्लेषण के आधार पर घटना का उद्भेदन करते हुए फायरिंग करने वाले दो अपराधियों के साथ-साथ इस गिरोह में शामिल दो अन्य अपराधकर्मी को भी गिरफ्तार कर लिया गया. तलाशी के क्रम इनके पास से एक पिस्टल, दो कट्टा, सात कारतूस, दो बाइकें व चार मोबाईल फोन बरामद किया गया है.
शुभम सिंह कर रहा गिरोह का संचालन, रची थी साजिश
अपराधियों से पूछताछ के क्रम में यह बात सामने आयी है कि झारखंड में कुणाल सिंह नामक अपराधी की हत्या वर्ष 2020 में हो गयी थी. उस अपराधी के गिरोह का वर्तमान में नेतृत्व शुभम सिंह नाम का एक अपराधी कर रहा है. ये सभी अपराधी इसी गिरोह के सक्रिय सदस्य है. शुभम सिंह ने ही इस घटना की पूरी साजिश रची थी और अपने ही गिरोह के सूरज सिंह, चेतन सिंह, अर्जुन सिंह, ऋषिराज उर्फ ऋषिकांत व अन्य को इस घटना काे अंजाम देने की जिम्मेदारी दी थी. 23 दिसंबर को चार अपराधी दो बाइकों से झारखंड से औरंगाबाद में प्रवेश किये. इनमें से तीन अपराधी सूरज सिंह, ऋषिकांत व एक अज्ञात अपराधी द्वारा पीएनसी कंपनी के गेट पर आ कर फायरिंग की गयी. इसके बाद धमकी भरा पर्चा फेंक कर भाग गये. इस काम को करने के लिए शुभम सिंह ने सूरज सिंह और ऋषिकांत को 10 हजार रुपये भी दिये थे. घटना में शामिल सूरज सिंह व ऋषिकांत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही साजिश रचनेवालों में शामिल चेतन सिंह व अर्जुन सिंह को भी दबोच लिया गया है.
सभी संलिप्त अपराधियों की कर ली गयी है पहचान : एसपी
एसपी अंबरीश राहुल ने बताया कि घटना में शामिल शुभम सिंह व अन्य सभी संलिप्त अपराधियों की पहचान कर ली गयी है. इनकी गिरफ्तारी के लिए एसआइटी लगातार प्रयास कर रही है. जल्द ही इनकी भी गिरफ्तारी सुनिश्चत कर ली जायेगी. गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास भी रहा है. एसपी ने बताया कि सूरज सिंह के विरुद्ध पाटन थाने में कांड संख्या 99/23, तरहसी थाने में कांड संख्या 58/23 दर्ज है. अर्जुन सिंह के विरुद्ध अंबा थाने में कांड संख्या 191/22 दर्ज है. शेष अपराधियों का अपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है.
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