दाउदनगर. दाउदनगर कॉलेज के महिला प्रकोष्ठ द्वारा आइक्यूएसी के तत्वावधान में महिला सशक्तीकरण व लैंगिक संवेदनशीलता विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. कॉलेज में हाल ही में महिला प्रकोष्ठ का गठन प्रधानाचार्य द्वारा किया गया है. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और मगध विश्वविद्यालय के कुलगीत के साथ हुई, जिसकी प्रस्तुति कॉलेज की छात्राओं मनीषा, गुड़िया व अमरावती ने दी. प्रधानाचार्य प्रो डॉ एमएस इस्लाम ने महिला सशक्तीकरण को अपने जीवन के बेहद करीबी मुद्दों में से एक बताया. उन्होंने कॉलेज में महिला प्रकोष्ठ की स्थापना को लेकर आशा व्यक्त की कि कॉलेज की छात्राओं और महिला कर्मियों को इसका फायदा मिल सकेगा. प्रधानाचार्य ने वर्तमान समाज में हो रही हिंसा को लेकर चिंता और क्षोभ व्यक्त किया और पितृसत्तात्मक व्यवस्था को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने परिवारों में स्त्रियों के साथ होने वाली घरेलू हिंसा से निबटने के लिए स्त्रियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया. उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा किये गये विभिन्न प्रयासों की सराहना की, जिनकी बदौलत राज्य में स्त्री शिक्षा का ग्राफ बढ़ा है.
समाज स्त्रियों के प्रति बने संवेदनशील
मगध विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापक और स्त्री अध्ययन विभाग की प्रभारी डॉ कुमारी दीपा रानी ने लैंगिक संवेदनशीलता वक्त की जरूरत विषय पर व्याख्यान दिया. उन्होंने समाज में लैंगिक गैर बराबरी को पाटने और समाज को स्त्रियों के प्रति संवेदनशील बनाने की जरूरत पर बल दिया. समाज में स्त्री पुरुष को लेकर बने हुए स्टीरियोटाइप को बदलने की बात की. अपने व्यक्तिगत अनुभवों का जिक्र करते हुए भी उन्होंने रेखांकित किया कि समाज में स्त्रियों से ज्यादा पुरुषों को जागरूक करने की जरूरत है. स्त्रियां आगे बढ़ें और सुरक्षित हों, इसके लिए पुरुषों का साथ बहुत जरूरी है.
स्त्रियों के जीवन में आया व्यापक बदलाव
मुख्य वक्ता के रूप में ऑनलाइन जुड़ीं गया कॉलेज, गया के स्त्री प्रकोष्ठ की संयोजक अंग्रेजी की सहायक प्राध्यापक डॉ रुनू रवि ने इक्विटी फॉर फीमेल्स : द रोडमैप फॉर एम्पावरमेंट विषय पर बोलते हुए इक्वलिटी और इक्विटी के बीच फर्क समझाते हुए स्त्री सशक्तीकरण के लिए इक्विटी पर बल दिया. उन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला और शौचालय निर्माण आदि पर चर्चा करते हुए इन्हें स्त्रियों के जीवन में व्यापक बदलाव लाने वाला बताया. कॉलेज की महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका डॉ शहला बानो ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रकोष्ठ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की और छात्राओं को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. कार्यक्रम में वक्ताओं का परिचय बॉटनी के प्राध्यापक डॉ सुमित कुमार मिश्रा ने दिया और संचालन भूगोल के प्राध्यापक डॉ दीपक कुमार ने किया. पीआरओ डॉ देव प्रकाश के अलावा कॉलेज के सभी विभागों के प्राध्यापक, शिक्षकेतर कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र- छात्राएं उपस्थित थे.
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