Aurangabad News : दूधिया मार्बल से सूर्य मंदिर की बढ़ेगी सुंदरता
Aurangabad News: लक्खा पत्थर के फिसलन की शिकायत पर मार्बल लगाने का हुआ था निर्णय
औरंगाबाद/देव. प्रखंड मुख्यालय देव स्थित पौराणिक सूर्य मंदिर की सौंदर्यता को बढ़ाने के उद्देश्य से लगातार प्रयास होते रहे है. मंदिर परिसर को टाइल्स के बजाय अब मार्बल से संवारा जायेगा. शुक्रवार की सुबह राजस्थान से मार्बल की खेप अंतत: देव पहुंच गयी. इसी के साथ इंतजार की घड़ियां भी समाप्त हो गयी. काफी दिनों से मार्बल की खेप पहुंचने का इंतजार हो रहा था. महापर्व छठ को देखते हुए मंदिर परिसर की कुव्यवस्था पर सवाल खड़ा हो रहा था. समाजसेवियों के साथ-साथ बुद्धिजीवियों और श्रद्धालुओं ने यहां तक कह दिया था कि इस बार अर्घ अर्पित करने पहुंचने वाले लाखों लोगों को भगवान के दर्शन में परेशानियों से गुजरना पड़ेगा. ज्ञात हो कि मंदिर के पुराने टाइल्स को उखाड़कर लक्खा ग्रेनाइट लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी. उस वक्त कहा गया था कि अन्य टाइल्सों से यह बेहतर है. मंदिर परिसर के आगे वाले हिस्से में लक्खा टाइल्स को लगा भी दिया, लेकिन जब उस पर फिसलन होने लगी और आश्विन के महीने में भी श्रद्धालुओं के पांव जलने लगे तो लक्खा पत्थर पर सवाल उठने लगा. मंदिर प्रशासन की किरकिरी होने लगी. श्रद्धालुओं ने विरोध जताया. यहां तक कि स्थानीय लोगों ने भी हाय-तौबा मचा दिया. अंतत: जिलाधिकारी ने मंदिर कमेटी से बात कर लक्खा टाइल्स पर रोक लगा दिया. उस वक्त डीएम द्वारा बताया गया कि अब मंदिर परिसर में टाइल्स की जगह पर मार्बल लगाये जायेंगे. यह भी ज्ञात हो कि श्री सीमेंट कंपनी के सीएसआर के तहत मंदिर में टाइल्स लगाये जा रहे थे. अब मार्बल लगाये जायेंगे. शुक्रवार की सुबह जब राजस्थान से मार्बल की खेप पहुंची तो स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल बन गया. सूर्य मंदिर न्यास समिति के सचिव विश्वजीत राय,कोषाध्यक्ष सुधीर सिंह,सदस्य योगेंद्र सिंह आदि ने मंदिर परिसर में घूम-घूमकर कार्य का जायजा लिया. वार्ड पार्षद प्रतिनिधि सुधीर सिंह,राजेंद्र पासवान,उदय सिंह,भाजपा नेता आलोक सिंह आदि भी वहां मौजूद थे. सचिव ने बताया कि मंदिर के आगे वाले हिस्से में लगभग 400 वर्ग फीट लक्खा टाइल्स लगाया गया था. शिकायत होने के बाद उसे उतने ही एरिया के बाद छोड़ दिया गया. शेष एरिया में मार्बल लगाया जा रहा है.
क्या कहते हैं डीएम
जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि छठ महापर्व के पूर्व पौराणिक सूर्य मंदिर में मार्बल लगाने का कार्य संपन्न हो जायेगा. स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि तत्परता के साथ बेहतर कार्य करें, ताकि बाद में परेशानी न हो. जो टाइल्स लगाये जा चुके है उन्हें पर्व के बाद उखाड़कर उस जगह पर मार्बल लगाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है