औरंगाबाद ग्रामीण. शुक्रवार से सदर अस्पताल थोड़ा और हाईटेक हो गया है. डायग्नोसिस कार्य पूरी तरह पेपरलेस हो गया. अब यहां मरीजों को रजिस्ट्रेशन काउंटर से पर्ची की जगह टोकन रसीद मिल रही हैं और उस रसीद पर ही चिकित्सक मरीज को देख रहे है उनके द्वारा लिखा गया एडवाइस सभी विभागों को ऑनलाइन पहुंच रही है. अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक हेमंत राजन ने बताया कि मुख्यमंत्री डिजिटल योजना के तहत पूर्व से ही यह निर्धारित था कि सदर अस्पताल के कार्य को पेपरलेस करना है, लेकिन पैथोलॉजिकल लैब के इंटीग्रेशन नहीं होने के कारण यह कार्य पहले नहीं शुरू हो सका था. सभी कार्य इंटीग्रेट होने के बाद आज से यहां इलाज, जांच और दवा वितरण का कार्य पेपरलेस कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि मरीज को अब कही बताने की या पर्ची दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. टोकन दिखाने के बाद उनकी सारी जांच भी हो जाएगी और दवा काउंटर से दवा भी मिल जाएगी. इतना ही नहीं जांच रिपोर्ट भी चिकित्सक के पास पहुंच जाएगी. पेपरलेस कार्य की शुरुआत होने के बाद स्वास्थ्य प्रबंधक ने सभी जगहों पर घूमकर उसका जायजा लिया. उन्होंने बताया कि सभी चिकित्सकों एवं विभागों के कर्मियों को इसकी विधिवत ट्रेनिंग दे दी गई है और चिकित्सकों को लैपटॉप उपलब्ध करा दी गयी है. शुरुआती दौर में थोड़ी बहुत जो भी परेशानियां आ रही है उसे भी शीघ्र ही दूर कर लिया जायेगा.
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