अंबा. कुटुंबा प्रखंड के बैरांव सरपंच सह संघ के प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किये जाने को लेकर सरपंच संघ में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. कुटुंबा प्रखंड के सरपंच व उपसरपंच अब आर-पार की लड़ाई के मूड में है. सोमवार को संघ के प्रखंड अध्यक्ष सरपंच संतोष कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी सरपंचों ने कार्य का बहिष्कार करते हुए हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. बैठक में सरपंच प्रदीप कुमार सिंह, संतोषी देवी, मो अरमान, अमित कुमार, नारायण प्रजापति, शतरंजन सिंह, अभिमन्यु मेहता, वीरेंद्र भुइंया सरपंच प्रतिनिधि मो रशीद, अभिषेक सज्जन, रविंद्र कुशवाहा आदि शामिल हुए. सरपंचों ने कहा कि ग्राम कचहरी के सरपंच लोगों को न्याय दिलाने का कार्य करते हैं. छोटे-छोटे विवादों को ग्राम स्तर पर ही सुलह करा कर समाप्त कराया जाता है, लेकिन जब सरपंचों को ही मुकदमे में फंसाया जा रहा है, तो वे कार्य कैसे कर सकेंगे. जगदीशपुर ग्राम कचहरी के सरपंच प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि भूमि विवाद से जुड़े एक मामले में मन मुताबिक फैसला न दिये जाने पर महिला द्वारा सरपंच के विरुद्ध थाने में आवेदन दिया गया. सरपंच संघ ने थानाध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया है. सरपंच संघ ने मामले से संबंधित एक आवेदन डीएम, एसपी, डीपीआरओ, बीडीओ, बीपीआरओ को देने की बात कही है. सरपंच संघ का कहना है कि जब तक थानाध्यक्ष ललित कुमार को हटाया नहीं जाता है एवं सरपंच को न्याय नहीं दिया जाता है तब तक हम सभी अनिश्चित हड़ताल पर रहेंगे. इस क्रम में सभी ग्राम कचहरी का कार्य बंद रहेगा. ज्ञात हो कि 20 दिन पहले एक महिला ने सरपंच संतोष कुमार सिंह पर छेड़छाड़ व मारपीट करने का आरोप लगाया है. महिला ने इस संबंध में 25 सितंबर को सिमरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. सरपंच संघ का कहना है कि महिला द्वारा अपनी मर्जी के अनुसार फैसला नहीं दिये जाने पर गलत तरीके से आरोप लगाया गया है. महिला ने आवेदन में जिस समय का उल्लेख किया है उसे समय सरपंच संतोष कुमार सिंह घटनास्थल से आठ किलोमीटर दूर अंबा में थे. सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल लोकेशन के माध्यम से इसकी जांच की जा सकती है. मामले को लेकर वरीय अधिकारियों से जांच की मांग की गयी, परन्तु मामले की जांच पड़ताल नहीं की है. अब मजबूरी में सरपंचों को कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर जाना पड़ रहा है. इधर, आरोपित सरपंच ने कहा कि उनके पास एक कॉल रिकॉर्डिंग है, जिसमें थानाध्यक्ष ललित कुमार द्वारा कहा जा रहा है कि मामला भूमि विवाद से जुड़ा है. इसके बावजूद साजिश के तहत उन्हें फंसाया गया है.
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