Aurangabad News : 2025 में जिलेवासियों को कई क्षेत्रों में मिलेगा तोहफा
Aurangabad News : सड़क, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा के साथ-साथ अन्य विभागों में जारी है विकास कार्य
औरंगाबाद नगर.
2024 जिले वासियों के लिए खट्टा-मीठा रहा. 2025 में जिले वासियों को बड़ा तोहफा मिलने की उम्मीद है. सड़क, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा हर क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य कराये जा रहे हैं. औरंगाबाद जिले के नवीनगर, कुटुंबा, देव, औरंगाबाद व मदनपुर प्रखंड के किसानों के लिए प्रमुख सिंचाई परियोजना उत्तर कोयल नहर का जीर्णोद्धार कार्य तेजी से जारी है. उम्मीद की जा रही है कि 2025 में बरसात के पहले कार्य पूर्ण करा लिया जायेगा, जिससे किसानों को समुचित मात्रा में सिंचाई के लिए पानी मिल सकता है. वहीं, सड़क की बात करें तो भारतमाला परियोजना के तहत वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे सड़क की स्वीकृति मिली है, जो औरंगाबाद जिला अंतर्गत नवीनगर, कुटुंबा, देव प्रखंड क्षेत्र से होकर गुजरेगी. बड़ी बात तो यह है कि एक्सप्रेसवे सड़क का ठहराव कुटुंबा प्रखंड अंतर्गत एरका व धनीबार गांव में बनाया जाना है. एक्सप्रेसवे का ठहराव होने से विकास की गति तेज होने की उम्मीद है. यूं कहे तो यह योजना जिले वासियों के लिए आवागमन के संदर्भ में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है.720 बेड के तीन डॉ भीमराव आंबेडकर प्लस टू आवासीय विद्यालय का मिलेगा सौगात
औरंगाबाद जिले में तीन 720 बेड का डॉ भीमराव आंबेडकर प्लस टू आवासीय विद्यालय निर्माण की स्वीकृति मिली है. जिन प्रखंडों में प्लस टू आवासीय विद्यालय खोला जाना है, उनमें कुटुंबा, देव व मदनपुर शामिल है. कुटुंबा व मदनपुर प्रखंड में विद्यालय का निर्माण कार्य प्रारंभ है. देव प्रखंड में निर्माण के लिए भी प्रशासन स्वीकृति मिल गयी है. वर्ष 2025 में तीनों विद्यालय का निर्माण कार्य पूर्ण करा कर संचालन करने का लक्ष्य रखा गया है. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, तीनों विद्यालय के निर्माण पर तकरीबन 140 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. उक्त्त राशि से (जी प्लस टू) विद्यालय भवन का निर्माण कराया जायेगा. बालक व बालिका के लिए अलग-अलग (जी प्लस 4) भवन का निर्माण कराया जायेगा. इसके साथ ही शिक्षक को रहने के लिए (जी प्लस 4) टीचर क्वार्टर व अन्य कर्मियों को रहने के लिए (जी 3) स्टाफ क्वार्टर का निर्माण कराया जायेगा. उक्त विद्यालय में 720 बच्चों को एक साथ पढ़ाई करने की व्यवस्था होगी.
100 बेडेड अति पिछड़ा व 100 बेडेड एससी-एसटी छात्रावास
जिला मुख्यालय औरंगाबाद में 49883 हजार की लागत से कल्याण विभाग द्वारा 100 बेडेड अन्य पिछड़ा वर्ग छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है. 100 बेडेड एससी-एसटी बालक छात्रावास का निर्माण की स्वीकृति मिली है. दोनों छात्रावास का निर्माण 2025 में पूर्ण होने की उम्मीद है. उक्त छात्रावास का निर्माण होने से बच्चों को पढ़ाई करने में सहूलियत होगी.संयुक्त कार्यालय भवन एवं कोषागार भवन का होगा निर्माण
2024 के अंत में जिले में संयुक्त कार्यालय भवन एवं कोषागार भवन के निर्माण की स्वीकृति मिली है. जिला मुख्यालय औरंगाबाद के सिंचाई कॉलोनी में उक्त निर्माण के लिए चार एकड़ 15 डिसमिल भूमि चिह्नित किया गया है. उक्त निर्माण के लिए प्रशासनिक स्तर पर 26 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है, जिसके लिए निविदा की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गयी है. 2025 के जनवरी में निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार संयुक्त प्रशासनिक भवन का निर्माण (जी प्लस 5) व कोषागार भवन का निर्माण (जी प्लस टू) कराया जायेगा. उक्त निर्माण होने से लोगों को सरकारी कामकाज करने में सहूलियत होगी.पडरावां में बनाया जा रहा संयुक्त श्रम भवन
पडरावां मे संयुक्त श्रम भवन का निर्माण जारी है. तकरीबन छह करोड़ की लागत से दो मंजिला भवन का निर्माण कराया जाना है. उक्त भवन का निर्माण तेज गति से कराया जा रहा है. ऐसी उम्मीद है कि 2025 के मध्य तक निर्माण कार्य पूरा करा लिया जायेगा.76 पंचायतों को मिलेगा पंचायत सरकार भवन
जिले के 76 पंचायत में पंचायत सरकार भवन का निर्माण की प्रक्रिया जारी है. विभागीय जानकारी के अनुसार 62 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ है. 14 पंचायत सरकार भवन के निर्माण कार्य शुरू करने की प्रक्रिया जारी है. एक पंचायत सरकार भवन के निर्माण पर तकरीबन ढाई करोड़ रुपये खर्च होंगे. पंचायत सरकार भवन के निर्माण होने से ग्रामीणों को पंचायत स्तर पर ही सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलेगा.
ओरा में बालक व बालिका के लिए अलग-अलग औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र
सदर प्रखंड अंतर्गत ओरा गांव में बालक एवं बालिका दोनों के लिए अलग-अलग औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण कराया गया है. जानकारी के अनुसार बालिका औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र के भवन निर्माण कार्य पूर्ण कराकर विभाग को सौंप दिया गया है. वहीं बालक औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र का फिनिशिंग कार्य भी अंतिम दौर में है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अगले सत्र में बालक औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र का संचालन भी नये भवन में किया जायेगा. विदित हो कि वर्तमान में औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र का संचालन किराए के भवन में किया जाता है.
औरंगाबाद व दाउदनगर कोर्ट परिसर में भी कराया जा रहा विकास कार्य
औरंगाबाद व दाउदनगर कोर्ट परिसर में भी कई तरह के विकास कार्य कराये जा रहे है. जानकारी के अनुसार, दाउदनगर न्यायालय परिसर में 20 करोड़ की लागत से 10 कोर्ट भवन का निर्माण कार्य जारी है. उक्त निर्माण (जी प्लस 5) कराया जाना है. वहीं 10 करोड़ की लागत से 20 पीओ भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. वर्तमान में उक्त भवन का निर्माण (जी प्लस 5) कराया जा रहा है, परंतु उसे (जी प्लस 6) निर्माण के लिए विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जा रही है. इतना ही नहीं औरंगाबाद में न्यायालय परिसर में एक कोर्ट भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. वहीं अधिवक्ताओं को बैठने के लिए लेयर्स हॉल का निर्माण भी जारी है. हालांकि, दाउदनगर न्यायालय परिसर में लॉयर्स हॉल का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है. उम्मीद है कि जनवरी माह में उक्त भवन को हस्तगत करा दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है