औरंगाबाद शहर. डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बुधवार को देव प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में चल रही विकास योजनाओं का निरीक्षण किया. इस दौरान मनरेगा, पंचायती राज, विद्यालयों की स्थिति सहित अन्य विकास कार्यों की जांच की. उनके साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी अंकेशा, अंचलाधिकारी समेत अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी भी उपस्थित थे. डीएम ने सबसे पहले इसरौर पंचायत के बिशनपुर स्थित सरकारी विद्यालय और खेल मैदान का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्कूल के बुनियादी ढांचे, विद्यार्थियों की संख्या, शिक्षकों की उपस्थिति, शिक्षण-प्रक्रिया और खेल मैदान की स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने पाया कि खेल मैदान की स्थिति ठीक नहीं थी, जिस पर संबंधित अधिकारियों को तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए. विद्यालय में शैक्षणिक माहौल को और बेहतर बनाने की दिशा में सुझाव दिये और खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया. इसके बाद डीएम ने सरगांवा पंचायत के जुड़ी बिगहा और केसौर गांव का भ्रमण किया, जहां उन्होंने पुस्तकालय निर्माण के लिए स्थल चयन की प्रक्रिया का अवलोकन किया. केसौर गांव में निर्मित सामुदायिक भवन को पुस्तकालय के रूप में परिवर्तित करने के प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए उन्होंने अधिकारियों को भवन की मरम्मत के लिए निर्देशित किया. सामुदायिक भवन की मरम्मत के उपरांत वहां पुस्तकालय स्थापित करने का निर्णय लिया गया, ताकि ग्रामीणों को शिक्षा और जानकारी का एक प्रमुख केंद्र प्राप्त हो सके.
विकास योजनाओं का किया निरीक्षण
इस दौरान मनरेगा द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों का भी निरीक्षण किया गया. डीएम ने सरगांव पंचायत में पेवर ब्लॉक बिछाने और पौधारोपण जैसे कार्यों का अवलोकन किया. उन्होंने मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों की गुणवत्ता की जांच की और संबंधित अधिकारियों को इन कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि मनरेगा के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ किया जा सकता है और रोजगार के अवसर भी प्रदान किये जा सकते हैं.बेढ़नी में पंचायत सरकार भवन और विद्यालयों की जांच
इसके बाद डीएम ने बेढ़नी पंचायत में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन का निरीक्षण किया. उन्होंने निर्माण कार्य की प्रगति पर संतोष जताते हुए समय पर इसे पूरा करने के निर्देश दिये, ताकि पंचायत स्तर पर लोगों को आवश्यक सेवाएं समय पर मुहैया करायी जा सके. इसके अलावा, उन्होंने बेढनी पंचायत के उच्च विद्यालय और मध्य विद्यालय का निरीक्षण किया. विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति, शैक्षिक गतिविधियों तथा मध्याह्न भोजन योजना की गुणवत्ता का गहन निरीक्षण किया. उन्होंने पाया कि कुछ विद्यालयों में लाइट की कमी के कारण पढ़ाई में परेशानी हो रही है. इसपर उन्होंने प्रधानाध्यापक को जल्द से जल्द लाइट की व्यवस्था करने का निर्देश दिया, ताकि बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से हो सके. इसके अलावा, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और उसकी नियमितता पर भी उन्होंने संतोष जताया, लेकिन इसकी गुणवत्ता बनाए रखने के लिए नियमित निगरानी की आवश्यकता पर बल दिया.विकास कार्यों में पारदर्शिता रखने का निर्देश
इस पूरे निरीक्षण दौरे के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को समयबद्धता और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होनी चाहिए, ताकि योजनाओं का लाभ सही तरीके से जनता तक पहुंच सके. इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में सुधार के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया. साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों को नियमित रूप से योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने और किसी भी प्रकार की अनियमितता को तुरंत दूर करने के निर्देश दिये.
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