Aurangabad News : 52 हजार उपभोक्ताओं के घर लगे स्मार्ट मीटर

Aurangabad News:चार लाख 15 हजार उपभोक्ताओं के घरों में लगाने का लक्ष्य

By Prabhat Khabar News Desk | October 15, 2024 10:15 PM

औरंगाबाद कार्यालय. स्मार्ट मीटर को लेकर भले ही हाय तौबा मची हो, लेकिन साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा जिले में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य तेज कर दिया गया है. खासकर बिजली के नये कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर ही लगाये जा रहे है. हालांकि, नये कनेक्शन धारी स्मार्ट मीटर लगाने से परहेज भी कर रहे हैं, लेकिन उनके पास इसके अलावा कोई दूसरा चारा भी नहीं है. बड़ी बात यह है कि औरंगाबाद जिले में चार लाख 15 हजार के करीब उपभोक्ता हैं. जिले को दो डिविजन में बांटा गया है. औरंगाबाद और दाउदनगर डिविजन. दाउदनगर शहरी इलाके में स्मार्ट मीटर का क्रेज बन गया है. लगभग सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके है. रफीगंज, नवीनगर में भी स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया तेज है. औरंगाबाद शहरी इलाके के अधिकांश घरों में भी स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके है. बहुत जल्द तमाम घरों में स्मार्ट मीटर लग जायेंगे. हालांकि, स्मार्ट मीटर लगाये जाने की प्रक्रिया धीमी है. अब तक औरंगाबाद जिले में करीब 52 हजार घरों में ही स्मार्ट मीटर लगाया गया है. 2025 तक हर घर में स्मार्ट मीटर लगाया जाना है. ऐसे में जो स्थिति है उससे स्पष्ट होता है कि स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया में और तेजी लानी होगी. ज्ञात हो कि स्मार्ट मीटर को लेकर कई भ्रांतियां थी. अधिक बिल उठने के साथ-साथ होने वाली अन्य समस्याओं से संबंधित अफवाहों का बाजार भी तेजी से गर्म हुआ. विपक्षी पार्टी द्वारा लोगों से स्मार्ट मीटर नहीं लगाये जाने का आह्वान किया गया. यहां तक कि धरना व प्रदर्शन भी किया गया. इस वजह से विभाग को परेशानियों का सामना करना पड़ा. तमाम भ्रांतियों को दूर करने के लिए विभागीय स्तर से जागरूकता अभियान चलाया गया. जिला प्रशासन द्वारा लगातार स्मार्ट मीटर के प्रति लोगों को जागरूक किया गया. अब इसका असर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में दिखने लगा है.

बिजली खपत की रियल टाइम जानकारी

स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को वास्तविक समय की बिजली खपत की जानकारी प्रदान करता है. उपभोक्ता अपनी खपत पर नजर रख सकते है और ऊर्जा की बचत भी कर सकते है. इसके अलावा यह बिजली चोरी को रोकने में सहायक है. बिजली बिल की स्वचालित गणना होने से त्रुटि की संभावना भी कम हो जाती है. उपभोक्ताओं को ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से अपनी खपत पर नजर रखने की सुविधा मिलती है. बिजली कटौती की जानकारी भी पहले से मिल जाती है. इसके साथ ही स्मार्ट मीटर में लोड मैनेजमेंट की सुविधा भी है, जो अधिक बिजली खपत होने पर उपभोक्ताओं को अलर्ट कर देती है.

स्मार्ट मीटर के फायदे

वास्तविक समय में बिजली की खपत की जानकारी मिलती है.

बिजली की चोरी रोकने में मदद मिलती है.

बिजली बिल की गणना स्वचालित होती है. इसलिए बिल में त्रुटि की संभावना कम होती है.

उपभोक्ता अपनी बिजली की खपत को ऑनलाइन मॉनिटर कर सकते है.

बिजली की खपत को नियंत्रण करने में मदद मिलती है,जिससे ऊर्जा की बचत होती है.

स्मार्ट मीटर में रिमोर्ट रिडिंग की सुविधा होती है, जिससे मीटर रीडर की आवश्यकता नहीं होती.

बिजली कटौती की सूचना पहले मिल जाती है.

क्या कहते हैं अधीक्षण अभियंता

बिजली आपूर्ति अंचल औरंगाबाद के अधीक्षण अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि औरंगाबाद जिले में स्मार्ट मीटर लगाये जाने की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है. 50 हजार से अधिक घरों में स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके है. 2025 तक सभी उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगा दिये जायेंगे. दाउदनगर, रफीगंज, नवीनगर, औरंगाबाद के अधिकांश घरों में स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है. दाउदनगर डिविजन में एक लाख 90 हजार और औरंगाबाद डिविजन में दो लाख 25 हजार यानी चार लाख 15 हजार के करीब उपभोक्ता हैं. स्मार्ट मीटर लगाने से पहले उपभोक्ताओं को पुराने मीटर और नये मीटर की तुलनात्मक जानकारी दी जा रही है. पुराने मीटर से स्मार्ट मीटर बेहतर है. किसी तरह की भ्रांतियां उपभोक्ताओं को नहीं रखना है. उन्होंने यह भी बताया कि स्मार्ट मीटर के प्रति उपभोक्ताओं को लगातार जागरूक किया जा रहा है.

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