आंबेडकर छात्रावास परिसर में ही बनेगा अन्य पिछड़ा वर्ग छात्रावास
अनुशासनहीन छात्रों को किया जायेगा निष्कासित
औरंगाबाद ग्रामीण. जिले में अन्य पिछड़ा वर्ग छात्रावास का निर्माण राजकीय आंबेडकर कल्याण छात्रावास के परिसर में ही कराया जायेगा. इस संबंध में अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के निदेशक श्याम बिहारी मीणा ने पत्र जारी किया है. उन्होंने बताया है कि राजकीय आंबेडकर कल्याण छात्रावास औरंगाबाद के पश्चिमी भाग में 60 डिसमिल जमीन पर अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास निर्माण के लिए अनापत्ति दी गयी है. विभाग द्वारा भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र दिये जाने के बाद भी छात्रों द्वारा निर्माण कार्य रोका जाना उचित नहीं है. उन्होंने निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाले एवं विरोध प्रदर्शन करने वाले अनुशासनहीन छात्रों को चिह्नित कर छात्रावास से निष्कासित करने का निर्देश जिला कल्याण पदाधिकारी को दिया है. गौरतलब है कि 100 बेडे के अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास का निर्माण के लिए आठ जनवरी को भूमि पूजन किया जाना था. इस दौरान आंबेडकर छात्रावास में आवासित छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन करते हुए सुरक्षाकर्मी से मुख्य दरवाजे की चाबी छीन ली गयी थी. छात्रों ने अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास निर्माण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. आवासित एससी एसटी के बच्चों के विरुद्ध के आगे कार्य के संवेदक एवं अधिकारियों की एक न चली थी और उन्हें बगैर कार्य शुरू कराये ही वापस लौटना पड़ा था. छात्रों द्वारा निर्माण कार्य रोके जाने के बाद कल्याण विभाग द्वारा इसकी सूचना मुख्यालय को दी गयी थी. जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा प्राप्त सूचना के आलोक में कल्याण विभाग के प्रमंडलीय उपनिदेशक द्वारा सभी बिंदुओं पर जांच की गयी है. जांच में आंबेडकर छात्रावास में आवासित बच्चों द्वारा अनुशासनहीनता दिखाये जाने का मामला आया है. ऐसे में विभाग के निदेशक ने छात्रों को चिह्नित कर उन्हें निष्कासित करने एवं अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास का निर्माण कर जल्द शुरू कराने का निर्देश भी दिया है. पांच करोड़ की लागत से होगा छात्रावास निर्माण पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के बच्चों के लिए 100 बेडेड छात्रावास का निर्माण कराया जाना है. इसके लिए पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा 4 करोड़ 98 लाख 83 हजार की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है. विभाग से स्वीकृति मिलने के उपरांत आवश्यक कार्रवाई करते हुए संवेदक को कार्य भी आवंटित कर दिया गया है. विभाग द्वारा उक्त कार्य के लिए रोहतास के सैब कंस्ट्रक्शन के नाम से कार्यादेश भी जारी किया गया है. निर्माण को लेकर मिट्टी जांच की कार्रवाई भी पूरी कर ली गयी है. भूमि पूजन के दौरान छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन किये जाने से कार्य अधर लटक गया है.
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