चुनाव के दौरान बिहार-झारखंड की सीमा रहेगी सील
दोनों राज्यों में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए जरूरी है.
औरंगाबाद. औरंगाबाद व पलामू जिले का क्षेत्र बिहार-झारखंड का बॉर्डर एरिया है. दोनों राज्यों में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए बिहार के औरंगाबाद व झारखंड के पलामू के अधिकारियों का समन्वय जरूरी है. सीमावर्ती क्षेत्र के अधिकारियों के समन्वय से ही दोनों राज्य में स्वच्छ व निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराया जायेगा. ये बातें औरंगाबाद के निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कही. वे शनिवार को पलामू जिले के हरिहरगंज में एक सभागार में आयोजित दोनों राज्यों के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. पलामू के निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि चुनाव कार्य में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. असामाजिक तत्व के लोगों पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी नजर बनाये रखेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार-झारखंड की सीमा पर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दोनों राज्य के अधिकारियों को आपस में एक-दूसरे को आवश्यक जानकारी साझा करेंगे. अधिकारियों ने चुनाव के दौरान झारखंड व बिहार की सीमा सील किये जाने व ग्रामीणों को मतदान के लिए जागरूक करने की बात कही. बैठक में औरंगाबाद पुलिस अधीक्षक स्वप्ना जी मेश्राम, पलामू पुलिस अधीक्षक रिष्मा रमेशन, डीडीसी रवि आनंद, सहायक समाहर्ता रवि कुमार, नगर आयुक्त मो जावेद हुसैन, हुसैनाबाद एसडीओ पीयूष सिन्हा, छतरपुर एसडीओ हीरा कुमार, औरंगाबाद एसडीओ संजय कुमार पांडेय, भूमि सुधार उपसमाहर्ता विजय केरकेट्टा, छतरपुर डीएसपी नौशाद आलम, हुसैनाबाद डीएसपी मुकेश कुमार, औरंगाबाद सदर 2 डीएसपी अमित कुमार शामिल थे. बैठक के दौरान औरंगाबाद के जिलाधिकारी एवं पलामू उपायुक्त ने बताया कि हर हाल में चुनाव को निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराना है. चुनाव को प्रभावित करने वालों की होगी पहचान
अपराध नियंत्रण को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस सूचना संकलित कर एक दूसरे के साथ साझा करते हुए संयुक्त कार्रवाई करेंगे. इसके लिए बॉर्डर इलाकों में खास निगरानी रखी जायेगी. बैठक के दौरान शराब पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्देश संबंधित थाना प्रभारी को दिया गया. इसके साथ ही हथियार की तस्करी पर रोक लगाने, नक्सल से लेकर अपराधियों पर नजर रखने पर विशेष रूप से चर्चा की गयी. इसके साथ ही नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन चलाने, शराब, ड्रग्स, मादक पदार्थों पर रोक लगाने और चुनाव को प्रभावित करने वालों की पहचान करने आदि पर विचार विमर्श किया गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चुनाव को लेकर संवेदनशील इलाकों में एरिया डोमिनेशन का काम जारी है.फ्लैग मार्च के दौरान निर्भिक होकर मतदान करने का दिया संदेश