Bihar Land Survey: क्या भूमि सर्वेक्षण फॉर्म में लगान का डिटेल भरना जरूरी? डीएम ने बताए नियम
Bihar Land Survey: बिहार में चल रहे भूमि सर्वेक्षण के फॉर्म में लगान का विवरण भरना अनिवार्य नहीं है. इस बात की जानकारी शनिवार को औरंगाबाद में समीक्षा बैठक के दौरान डीएम ने दी.
Bihar Land Survey: औरंगाबाद शहर के समाहरणालय के सभाकक्ष में डीएम श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में विशेष भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम के तहत भूमि सर्वेक्षण कार्य में तेजी लाने के लिए विशेष सर्वेक्षण कार्यों की समीक्षा बैठक हुई. इस बैठक में बताया गया कि भूमि सर्वेक्षण प्रपत्र में लगान यानी टैक्स का विवरण भरने की कोई अनिवार्यता नहीं है.
फॉर्म में भू-लगान विवरणी भरने की कोई अनिवार्यता नहीं
समीक्षा के दौरान बताया गया कि प्रपत्र 2 (स्व घोषणा पत्र) रैयत या उसके वंशज द्वारा भरकर अंचल शिविर में जमा करना है. इसी क्रम में बताया गया कि फॉर्म में भू-लगान विवरणी भरने की कोई अनिवार्यता नहीं है. इसके अनुसार भू-लगान की जानकारी न होने पर भी उक्त कॉलम को खाली छोड़ा जा सकता है तथा अन्य कॉलम भरकर शिविर में जमा किया जा सकता है. साथ ही वंशावली प्रपत्र-3(1) जो रैयत या उनके उत्तराधिकारियों के नाम से भरा जाना है, उसके संदर्भ में भी चर्चा की गई.
सर्वे कार्य में तेजी लाने का निर्देश
बैठक में उपस्थित सभी विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी एवं शिविर प्रभारियों के साथ समीक्षा की गई, जिसमें विशेष सर्वेक्षण से संबंधित अनुक्रमिक कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई तथा कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया.सभी शिविर प्रभारियों को अपने कार्य का प्रतिवेदन तैयार करने तथा विशेष सर्वेक्षण को गंभीरतापूर्वक एवं त्रुटिरहित तरीके से निष्पादित करने का निर्देश दिया गया.
किसानों से एक ही बार में सारे दस्तावेज लेने के निर्देश
विभाग द्वारा जारी सामान्य निर्देशों में आवश्यक दस्तावेजों को बहुत ही सरल तरीके से प्रस्तुत किया गया है. जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी किसानों से एक बार ही दस्तावेज लिए जाएं ताकि किसानों को बार-बार शिविर में न आना पड़े.
इसे भी पढ़ें: Bihar Land Survey: कांग्रेस सांसद ने की भूमि सर्वेक्षण टालने की मांग, सीएम नीतीश को लिखा पत्र
अधिक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश
बंदोबस्त पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी प्रपत्र भरवाए जाएं तथा नमूना प्रदर्शित कर अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि किसान आसानी से प्रपत्र भर सकें. बैठक में बंदोबस्त पदाधिकारी शैलेश कुमार दास, वरीय उपसमाहर्ता रत्ना प्रियदर्शनी, विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी तथा विशेष सर्वेक्षण कानूनगो एवं कैंप प्रभारी उपस्थित थे.
इस वीडियो को भी देखें: जमीन सर्वे में कैथी लिपि बनी बड़ी समस्या