Bihar News: औरंगाबाद के बाजार में सतपुतिया 60 तो 100 रुपये किलो बिके नोनी साग, यहां जानें सब्जी और फलों की किमत
Bihar News: जिउतिया पर्व को लेकर सब्जी के साथ-साथ फल की भी बिक्री में तेजी नजर आयी. मंगलवार को फल मंडी में खरीदारों की संख्या बढ़ी थी.
Bihar News: औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड स्थित विभिन्न बाजारों में जिउतिया पर्व को लेकर काफी चहल-पहल देखी गयी. पर्व को लेकर मंगलवार के दिन बाजार में रौनक दिखायी पड़ी. अन्य दिनों की अपेक्षा खरीदारों की भीड़ रही. जिउतिया पर्व को लेकर सब्जी की कीमत आसमान छू रही है. शहर के दुर्गा चौक स्थित सब्जी मार्केट, खिरियावां बाजार स्थित सब्जी दुकान, शिवगंज स्थित सब्जी दुकान सहित कई जगहों पर लगने वाली सब्जी दुकानों में सब्जी का बाजार गर्म नजर आया. जिउतिया पर्व को देखते हुए हरी सब्जी की महंगाई सातवें आसमान पर थी. जिउतिया के नहाय-खाय के दिन झिंगी, सतपुतिया, कंदा, नोनी साग, बोडा, लाल साग समेत विभिन्न प्रकार की हरी सब्जी की लोगों ने जमकर खरीदारी की. बाजार में सतपुतिया 60 रुपये किलो, नोनी साग 100 रुपये किलो तक बिका. हालांकि, जिउतिया के नहाय-खाय को लेकर लोगों में संशय बरकरार था. अधिकतर महिलाओं ने मंगलवार को जिउतिया का नहाय-खाय किया.
जिउतिया पर्व पर फलों में भी दिखी तेजी
जिउतिया पर्व को लेकर सब्जी के साथ-साथ फल की भी बिक्री में तेजी नजर आयी. मंगलवार को फल मंडी में खरीदारों की संख्या बढ़ी थी. बाजार में खरीदारों की संख्या बढ़ने के कारण बाजार गुलजार रहा. प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न बाजारों में महिलाओं की टोली पूजन सामग्री से लेकर साड़ी, कपड़ा सहित पर्व को लेकर सोने-चांदी की खरीद में जुटी थी. इस पर्व में महिलाएं अपने पुत्र की सलामती के लिए पूजा-अर्चना करती हैं. साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि जो इस व्रत की कथा को सुनता है, वह जीवन में कभी संतान वियोग नहीं होता है. संतान के सुखी और स्वास्थ्य जीवन के लिए यह व्रत रखा जाता है.
नहाय-खाय, निर्जला व्रत व पारण की विधि
जिउतिया व्रत की शुरुआत छठ की तरह नहाय-खाय से होती है. इस दिन माताएं सुबह उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करती हैं और पूजा करती हैं. पूजा के दौरान महिलाएं व्रत संकल्प लेती हैं. नहाय-खाय के दिन महिलाएं सिर्फ एक बार ही भोजन कर सकती हैं. जिउतिया व्रत के पहले दिन की रात को घर की छत पर चारों दिशाओं में कुछ खाना रखा जाता है. व्रत के दूसरे दिन निर्जला व्रत रखा जाता है. इस दिन महिलाएं बिना जल के रहती हैं और अगले दिन यानी कि पारण होने तक कुछ नहीं खाती हैं. निर्जला व्रत में कुछ खाया या पिया नहीं जाता है. जिउतिया व्रत के तीसरे यानी आखिरी दिन पारण किया जाता है. हालांकि, अलग-अलग इलाके में अलग-अलग विधि से पारण किया जाता है. व्रत का पारण प्रात: काल में ही किया जाता है.
पर्व पर रहा सब्जियों का भाव
- सतपुतिया-40 से 60 रुपये किलो
- नोनी साग-80 से 100 रुपये किलो
- टमाटर 70 से 80 रुपये किलो
- कद्दू-30 से 40 रुपये प्रति पीस
- करेला-40 से 60 रुपये किलो
- खीरा 40 से 50 रुपये किलो
- परवल-50 से 60 रुपये किलो
- बैंगन-40 से 50 रुपये किलो
- फूलगोभी-40 से 45 रुपये प्रति पीस
- बंधा गोभी-40 से 50 रुपये किलो
- तोरई-40 से 50 रुपये किलो
- ओल-70 से 80 रुपये किलो