Bihar News: औरंगाबाद में तीन दशक से फरार नक्सली गिरफ्तार, हत्या और आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज
Bihar News: बिहार के औरंगाबाद जिले के कासमा थाना क्षेत्र की पुलिस ने बुधवार को तीन दशक से फरार और हत्या व आर्म्स एक्ट से जुड़े मामलों में वांछित नक्सली तपेश्वर भुइयां उर्फ कपिल भुइयां को गिरफ्तार कर लिया. इस संबंध में सदर SDPO अमित कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह गिरफ्तारी पुलिस अधीक्षक अंबरीश राहुल के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान के तहत हुई.
Bihar News: बिहार के औरंगाबाद जिले के कासमा थाना क्षेत्र की पुलिस ने बुधवार को तीन दशक से फरार और हत्या व आर्म्स एक्ट से जुड़े मामलों में वांछित नक्सली तपेश्वर भुइयां उर्फ कपिल भुइयां को गिरफ्तार कर लिया. इस संबंध में सदर SDPO अमित कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह गिरफ्तारी पुलिस अधीक्षक अंबरीश राहुल के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान के तहत हुई. 15 अक्तूबर को फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया गया था, जिसमें सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए थे. इसी अभियान के तहत कासमा पुलिस ने तपेश्वर को गिरफ्तार किया.
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि तपेश्वर अपने गांव चाल्हो पहाड़ के पास दुगुल टोले जगरूप बिगहा में आया हुआ है. सूचना मिलते ही कासमा थाना प्रभारी इमरान आलम ने अपने वरीय अधिकारियों को जानकारी दी और फिर पुलिस टीम ने गांव की घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया. तपेश्वर पर 1990 से लेकर अब तक सात प्रमुख मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, आर्म्स एक्ट और 17सीएल एक्ट शामिल हैं. कासमा थाना में 1990 में उसके खिलाफ पहला मामला दर्ज हुआ था और इसके बाद से वह फरार चल रहा था.
ये भी पढ़े: पुल पर मिली जमीन कारोबारी की बाइक, लापता कारोबारी की तलाश में SDRF जुटी
नक्सली गतिविधियों के कारण लोगों में भय का माहौल
गिरफ्तारी के बाद तपेश्वर से पूछताछ की गई और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. छापेमारी दल में कासमा थाना प्रभारी इमरान आलम, एसआई राजीव कुमार, ललन प्रसाद यादव, एएसआई अरुण कुमार सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे. कुछ वर्षों पहले तक चाल्हो का इलाका नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता था, जहां नक्सली गतिविधियों के कारण लोगों में भय का माहौल बना रहता था.
हालांकि, पुलिस की लगातार कार्रवाई से इस इलाके में नक्सली गतिविधियों में कमी आई है और अब यह इलाका शांतिपूर्ण माना जाता है. नक्सलियों की गिरफ़्तारी और विस्फोटक सामग्री की बरामदगी से पुलिस की कार्रवाई के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं.