औरंगाबाद. अंबा-नवीनगर मुख्य पथ कुटुंबा थाना क्षेत्र के तमसी मोड़ के समीप दो बाइक की आमने-सामने की टक्कर में एक महिला सहित तीन की मौत हो गयर. टक्कर इतनी भयावह थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गये. घटनास्थल पर हीं दो लोगों की मौत हो गयी. वहीं, एक गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. बड़ी बात यह है कि मां की गोद में बैठा नवजात शिशु मामूली रूप से चोटिल हो गया. घटना बुधवार की है. मृतकों में नवीनगर प्रखंड के वरुणा गांव निवासी अनुज साव की पत्नी मीना देवी (23), उक्त गांव के ही निकेश विश्वकर्मा (18) व झरी बलथर गांव निवासी रवि किशन उर्फ टिंकू विश्वकर्मा (20) शामिल है. निकेश विश्वकर्मा बाइक से बड़े भाई राजू के साले रवि किशन उर्फ टिंकू के साथ नवीनगर से अंबा की ओर आ रहे थे. उनको अंबा थाने के गउरा गांव में अपने रिश्तेदार के घर जाना था. इधर, वरुणा गांव के ही मनोज साव भाभी मीना देवी को ढिबरा थाना क्षेत्र के बनुआ गांव स्थित मायके से लेकर जा रहे थे. इसी क्रम में तमसी मोड़ पर दोनों बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गयी. इस घटना में मीना देवी व निकेश विश्वकर्मा की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. आसपास के लोग व पुलिस की मदद से टिंकू विश्वकर्मा व मनोज साव को उपचार के लिए रेफरल अस्पताल को कुटुंबा पहुंचाया गया. चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए दोनों को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया. इधर, पता चला कि टिंकू विश्वकर्मा की मौत इलाज के लिए वाराणसी ले जाने के क्रम में हो गयी. घटना के बाद पहुंची कुटुंबा थाने की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बाइक अपने कब्जे में ले ली. थानाध्यक्ष अक्षयवर सिंह ने बताया कि मीना देवी व निकेश विश्वकर्मा का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सुपूर्द कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि किसी पक्ष द्वारा थाने में अब तक आवेदन नहीं दिया गया है. आवेदन प्राप्त होने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी. इधर, घटना के बाद वरुणा एवं झरी गांव में मातम छा गया. वहीं, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. दो वर्ष पहले हुई थी मीना की शादी मृतका मीना देवी की शादी दो वर्ष पहले वरुणा गांव के अनुज साव से हुई थी. वह अपने नवजात बच्ची को गोद में लेकर देवर मनोज साव के साथ बाइक से घर जा रही थी. इसी क्रम में अचानक सड़क दुर्घटना की शिकार हो गयी. हालांकि यह संयोग ही था कि नवजात बच्ची बाल बाल बच गयी. पता चला है कि उसे मामूली चोट आयी है. हालांकि, मां की मौत के बाद नवजात शिशु भी रोते-रोते बेहाल है. वहीं, मनोज गंभीर रूप से जख्मी हुआ है. रेफरल अस्पताल कुटुंबा से रेफर किये जाने के बाद मनोज का इलाज सदर अस्पताल औरंगाबाद में कराया गया, जहां के चिकित्सकों ने भी हालत गंभीर देखते हुए उसे रेफर कर दिया. इसके बाद परिजन इलाज के लिए रांची ले गये हैं. इधर संवाद लिखे जाने तक मृतका मीना देवी के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है. परिजन मीना के पति अनुज साव के दिल्ली से आने का इंतजार कर रहे हैं. बुझ गया घर का चिराग, नहीं बचा कोई सड़क दुर्घटना में झरी गांव निवासी मृतक रवि किशन उर्फ टिंकू विश्वकर्मा की मौत के बाद घर का चिराग बुझ गया है. जानकारी के अनुसार टिंकू अपने पिता बसंत विश्वकर्मा का एकलौता पुत्र था. उसकी एक बहन है जिसकी शादी वरुणा गांव में राजू विश्वकर्मा से हुई थी. ग्रामीणों ने बताया कि टिंकू के माता-पिता भी नहीं है. उसकी मां की मौत 2008 में तथा पिता की मौत 2014 में हो गयी थी. माता-पिता की मौत के बाद उसके दादा राम जन्म विश्वकर्मा व चाचा राजू विश्वकर्मा द्वारा टिंकू का लालन-पालन किया गया. बुधवार को अपनी बहन गुड़िया के देवर निकेश विश्वकर्मा के साथ वह बाइक से जा रहा था. घटना के बाद बहन गुड़िया सदमे में है. वह एक ही साथ अपने इकलौते भाई व देवर को खो चुकी है. अपने छह भाई में सबसे छोटा था निकेश निकेश वरुणा गांव के संजय विश्वकर्मा का पुत्र था. वह अपने छह भाई में सबसे छोटा था. उसके बड़े भाई राजू की शादी 2016 में गुड़िया के साथ हुई थी. पता चला कि अपने बड़े भाई राजू के साला के साथ जा रहा था. घर के सबसे छोटे पुत्र के मौत हो जाने से परिजनों में कोहराम मचा है.
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