औरंगाबाद/दाउदनगर. भाई और बहन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन जिले में धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. बहना ने भाई की कलाई पर राखी बांधी और आजीवन रक्षा का वचन लिया. इस दौरान बहनों ने अपने भाई की सुख-समृद्धि की कामना भी की. इस दौरान भाईयों ने बहना को उपहार दिया. वैसे इस रक्षाबंधन पर भद्रा का साया भी था. इस कारण बहनों ने शुभ मुहूर्त का इंतजार किया. जैसे ही दोपहर 1.24 बजे के बाद भद्रा समाप्त हुआ, उसके बाद अपने भाईयों को राखी बांधी. हालांकि इसके पूर्व सावन पूर्णिमा, अंतिम सोमवार और रक्षाबंधन का संयोग होने के कारण मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता सुबह से ही लगा रहा. पहले महिलाओं व युवतियों ने शिवालयों में पूजा-अर्चना की और फिर रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया. जिला मुख्यालय के सभी शिवालयों में पूरे दिन भक्तों की भीड़ उमड़ती रही. दाउदनगर अनुमंडल मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में आस्था एवं परंपरा पूर्वक रक्षाबंधन धूमधाम से मनाया गया. बहनों ने भाइयों की कलाई पर प्रेम भरा धागा बांधकर पर्व के पवित्र रस्म को निभाया. भाइयों ने अपनी बहनों को उपहार दिये और उनकी रक्षा का संकल्प लिया. रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के संबंधों के पवित्रता का प्रतीक है. बहनों द्वारा रक्षाबंधन की तैयारी पहले ही पूरी कर ली गयी थी, जिसे लेकर दो-तीन दिन पहले से ही राखी व मिठाई की दुकानों पर अधिक भीड़ देखी गई थी. सुंदर व आकर्षक ढंग से सजी राखी की दुकानों पर बहनें अपनी अपनी पसंद की राखी की खरीददारी करती रही. सोमवार को बहनें सुबह से ही शुभ मुहूर्त के इंतजार में रहीं. जैसे ही दोपहर में शुभ मुहूर्त आया तो बहनों द्वारा भाइयों की कलाई पर रखी बांधा जाना शुरू कर दिया गया. इस प्रकार रक्षाबंधन का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. नवीनगर में भी पूरे धूमधाम से रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया. सुबह में भद्रा काल होने के कारण बहनों ने शुभ मुहूर्त का इंतजार किया. बहनों ने दोपहर तक उपवास रखा और फिर शुभ मुहूर्त्त में राखी बांधी. भाइयों को मिठाई खिलायी और लंबी आयु की कामना की. भाईयों ने भी बहनों को रक्षा का वचन दिया. सदर प्रखंड के फेसर क्षेत्र में बहनों ने अपने भाई के कलाई में प्यार भरी राखी बांधी व दीर्घायु की कामना की. सभी ने इस प्यार भरे पर्व को धूमधाम से मनाया. सर्वप्रथम बहनों ने भाई को रोड़ी-चंदन का टीका लगाकर आरती की. इसके बाद भाई की कलाई में राखी की डोर बांधी और मिठाई खिलाई. इसके बाद भाईयों ने अपनी बहनों को उपहार दिये. जिले के पूर्व डीएम और वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर सचिव कंवल तनुज ने रक्षाबंधन पर शहर में रहने वाली महादलित बहनों के लिए वस्त्र, मिठाई व बुके भेजा. पूर्व डीएम ने अपने संदेश में कहा कि आपसभी बहनों से दिल से लगाव है. आपके द्वारा भेजी गयी राखी उन्हें मिली. मिठाई व वस्त्र पाकर महादलित टोला की पूनम कुमारी, अनिता देवी, गीता देवी, इंदु देवी, पूजा देवी, दीपा कुमारी, सोनी कुमारी, प्रिया कुमारी ने कहा कि जब वे औरंगाबाद में बतौर डीएम कार्यरत थे, तो राखी बंधवाने उन लोगों की टोले में आते थे. उन्हें यहां से जाने के बाद हर रक्षाबंधन राखी भेजती हैं और वे उन लोगों के लिए मिठाई व वस्त्र भेजते हैं. हसपुरा प्रखंड के सुदूर गांव से लेकर शहर तक रक्षाबंधन का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. सुबह भद्रा काल होने की वजह से रक्षाबंधन दोपहर 1.33 बजे से मनाया गया. बहनें भाई को रक्षा का संकल्प दिलाकर कलाई में राखी बांधी. भाई-बहन के पवित्र और प्रगाढ़ प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व सामाजिक सदभावना, शांति की प्रेरणा देती है. बहन अपने भाई के माथे पर चंदन लगाकर कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर ईश्वर से लंबी आयु की कामना करती हैं. यह परंपरा युगों से चली आ रही है. कनाप रोड मुहल्ला निवासी नन्हीं बहना दिव्यांशी ने अपने ने भाई निमिष आर्यन, अहियापुर निवासी चिंता, सरस्वती, रुपाली, संजना, जुली ने श्रीकांत वर्मा, नीलेश, मोनू दुर्गेश, गुड़ु, रोहित की कलाई पर राखी बांध आरती उतारी. ओबरा प्रखंड में हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन मनाया गया. बहनों ने अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर रक्षा का वचन लिया और लंबी आयु की कामना की. वहीं मिठाई खिलाकर भाई को आशीर्वाद दिया. पूर्व मुखिया शंभू प्रसाद व पूर्व जिला पार्षद नीता देवी ने कहा कि आपसी सद्भाव के साथ पर्व मनाने का संदेश दिया. रक्षाबंधन त्यौहार पर ऋषभ कुमार, सौरभ कुमार, अभिषेक कुमार, अनिशा कुमारी, मनीषा कुमारी, सलोनी कुमारी, काजल कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, सतीष कुमार दि्वेदी, विराट, विकल्प, जितेंद्र आदि ने खुशी का इजहार किया.
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