जगह उपलब्ध नहीं होने से व्यवसायी परेशान
बना रहे आंदोलन का मूड
औरंगाबाद ग्रामीण. शहर की पुरानी सब्जी मंडी को टूटने के बाद प्रभावित व्यवसायियों को जगह आवंटित नहीं होने के बाद एक बार फिर से व्यवसायी आंदोलन का मूड बना रहे है. इस बार व्यवसायी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे. जिला प्रशासन द्वारा एक सप्ताह में सब्जी मंडी को दूसरे जगह शिफ्ट कराने की घोषणा पर अमल नहीं होने से व्यवसायियों में बेचैनी बढ़ गयी है. नगर पर्षद भी व्यवसायियों को नजरअंदाज कर रही है. ये बातें सोमवार को सब्जी मंडी में फल और सब्जी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष अशोक मेहता ने कही. उन्होंने कहा कि लगभगम 50 वर्षों से व्यवसायी इस जगह पर सब्जी बेचते आ रहे हैं. अचानक बुलडोजर चलाकर सब्जी मंडी को दूसरे जगह शिफ्ट किये बिना ही ध्वस्त करा दिया गया. ऐसे में सैकड़ों व्यवसायी एवं मजदूर सड़क पर आ गये. रोजी-रोटी पर आफत आ गयी. परिवार चलाना भी मुश्किल हो गया. सब्जी मंडी टूटने के बाद व्यवसायियों ने लगातार कई दिनों तक धरना प्रदर्शन भी किया था, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा सात दिन की मोहलत लेकर अब तक सब्जी मंडी को दूसरे जगह शिफ्ट नहीं कराया गया. डीएम के निर्देश पर एसडीओ द्वारा आंदोलन को समाप्त कराया गया था. प्रदर्शन समाप्त होने के बाद व्यवसायी अभी उम्मीद संजोये बैठे है अशोक मेहता ने बताया कि मंडी में सब्जी बेचने वाले सभी व्यवसायियों ने प्रतिदिन नगर पर्षद को टैक्स दिया, लेकिन सब्जी मंडी टूटने के बाद नगर पर्षद चुप्पी साधी हुई है. जिला प्रशासन द्वारा जिला परिषद की जमीन दानी बिगहा बस स्टैंड में सब्जी मंडी के लिए जगह दिया जा रहा है. जो पर्याप्त मात्रा में नही है और उसका किराया भी काफी ज्यादा है. उन्होंने बताया कि जगह ठीक है लेकिन बहुत कम जगह है. ऐसे में वहां व्यवसायी सब्जी का आढ़त नहीं बना पायेंगे. इसीलिए उस जगह पर व्यवसायी मंडी खोलने को तैयार नहीं है. सचिव दिलीप मेहता ने कहा कि जिला प्रशासन की जो झूठे वायदे है वह नहीं चलेगी. अविलंब व्यवसायियों को जगह आवंटित करें और सभी को शिफ्ट कराएं. उन्होंने नगर परिषद व जिला प्रशासन को दस दिनों का अल्टीमेटम दिया है. कहा कि अगर दस दिनों के अंदर मंडी के लिए जगह उपलब्ध नहीं कराया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे. जरूरत पड़ी तो भूख हड़ताल भी करेंगे. शहर के सभी दुकानों को बंद करा दिया जायेगा. एक भी दुकान नहीं खुलेगी. सड़क पर अगर आंदोलन होगा. आज स्थिति यह है कि व्यवसायी सिर्फ धंधे के नाम पर ध्वस्त सब्जी मंडी पर ही टेंट लगाकर थोड़ी बहुत सब्जी बेंचकर अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे हैं. जिला प्रशासन का अड़ियल रवैया के खिलाफ चक्का जाम कर आंदोलन करेंगे. इस दौरान संगठन के सक्रिय कार्यकर्ता मो सज्जाद, पूर्व वार्ड पार्षद राजकुमार मेहता आदि मौजूद थे.
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