Ayushman Card Campaign: आयुष्मान कार्ड अभियान की मियाद बढ़ी, 7 अगस्त तक मिलेगा मौका!18.88 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने का धमाकेदार लक्ष्य!
Ayushman Card Campaign: औरंगाबाद जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने की तिथि बढ़ाई गई, अब 7 अगस्त तक 18.88 लाख कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है.डीएम ने अभियान की जानकारी दी.
Ayushman Card Campaign: औरंगाबाद जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर जारी अभियान की तिथि बढ़ा दी गई है. अब सात अगस्त तक शत-प्रतिशत लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके पूर्व आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी.
Ayushman Card Campaign: डीएम श्रीकांत शास्त्री की प्रेस वार्ता
मंगलवार को डीएम श्रीकांत शास्त्री ने प्रेस वार्ता आयोजित कर विशेष अभियान के संदर्भ में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पीडीएस दुकानों, पंचायत सरकार भवन व अन्य चिह्नित जगहों पर कैंप लगाकर आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है. पीडीएस लाभुकों के साथ-साथ लगभग दो लाख अन्य लोग भी इस योजना से लाभान्वित होंगे, जो इसके मानक के अनुरूप आते हैं.
Ayushman Card Campaign: अभियान की प्रगति और लक्ष्यों की जानकारी
अब तक चले अभियान में 29 जुलाई तक तीन लाख 26 हजार 689 के विरुद्ध दो लाख 82 हजार 714 लाभुकों का कार्ड बनाया गया है.वैसे जिले में 18 लाख 80 हजार 330 लाभुक हैं, जिसमें छह लाख 61 हजार 217 लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बना लिया गया है. निर्धारित लक्ष्य का यह 35 प्रतिशत है.
Ayushman Card Campaign: अभियान की योजना और रणनीति
डीएम ने कहा कि सरकार की यह अतिमहत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत लाभुकों को पांच लाख रुपये तक इलाज की सुविधा है. प्रतिदिन कार्ड बनाने की क्षमता में भी इजाफा की जा रही है, ताकि लक्ष्य की प्राप्ति हो सके.पीडीएस दुकानों व पंचायत सरकार भवन के अलावा विशेष जगहों को भी चिन्हित किया जा रहा है और वहां कैंप लगाया जायेगा.
Ayushman Card Campaign: अधिकारियों की उपस्थिति और बीएलइ की संख्या बढ़ाने पर जोर
इस दौरान डीपीआरओ श्वेता प्रियदर्शी, एसीएमओ डॉ किशोर प्रसाद, जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम मो अनवर अली व अन्य अधिकारी उपस्थित थे. आयुष्मान कार्ड बनाने की गति लाने पर जोर दिया जा रहा है. इसके लिए बीएलइ की संख्या भी बढ़ाय रफीगंज प्रखंड में आयुष्मान कार्ड बनाने की रफ्तार सबसे धीमी है। डीएम ने बताया कि 18 से 29 जुलाई तक रफीगंज में महज 14 प्रतिशत ही कार्ड बना है. वहीं गोह, हसपुरा व मदनपुर में आयुष्मान कार्ड की गति बेहतर है। यहां 30 प्रतिशत कार्ड बनाया गया है.
Ayushman Card Campaign: प्रखंडों में आंकड़े और लक्ष्य
आंकड़ों के अनुसार औरंगाबाद सदर प्रखंड में लाभार्थी 179230 हैं, जिसमें 72538 यानी 40 प्रतिशत कार्ड बने हैं.106692 लाभुकों का कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित है. बारुण में कुल लाभार्थी 130402 हैं, जिसमें 47182 यानी 36 प्रतिशत कार्ड बने हैं. 83220 बनाये जायेंगे. दाउदनगर में लाभार्थी 171397 में से 58959 अर्थात 34 फीसदी कार्ड बने हैं. 112438 कार्ड बनाने का लक्ष्य है. देव में लाभार्थी 144202 में से 51150 यानी 35 फीसदी के कार्ड बने हैं. यहां 93052 कार्ड बनाने का लक्ष्य है. गोह में लाभार्थी 170577 में से 55817 कार्ड बने हैं. कुल लक्ष्य 114760 निर्धारित है। हसपुरा में लाभार्थी 139297 के विरुद्ध 42434 कार्ड बने हैं। जबकि लक्ष्य 96863 निर्धारित है. कुटुंबा में लाभार्थी 167332 में से 57378 कार्ड बने हैं. जबकि 109954 कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित रखा गया है. मदनपुर में लाभार्थी 158667 के विरुद्ध 49486 यानी 31 प्रतिशत कार्ड बने हैं.109191 कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है. नवीनगर में लाभार्थी 209352 के विरुद्ध 93716 कार्ड बने हैं. लक्ष्य 115636 रखा गया है. ओबरा में लाभार्थी 191747 के विरुद्ध 68822 कार्ड बने हैं. 122925 कार्ड बनाने का लक्ष्य है। इसी तरह रफीगंज में लाभार्थी 218117 हैं, जिसमें से 63735 यानी 29 फीसदी कार्ड बनाये गये हैं. यहां 154382 कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित है.