सीआरपीएफ जवान के अंतिम दर्शन के लिए उमरा जनसैलाब
भारत माता की जय, वीर शहीद अमर रहे का होता रहा जय घोष
रविकांत पाठक, देव राजधानी दिल्ली में तैनात सीआरपीएफ जवान विवेक कुमार सिंह का पार्थिव शरीर जब देव प्रखंड के पैतृक गांव सटवट पहुंचा, तो अंतिम दर्शन करने वालों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. भारत माता की जय, वीर शहीद अमर रहे और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे से पूरा इलाका गूंज उठा. ज्ञात हो को सीआरपीएफ जवान विवेक की दिल्ली में ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गयी. आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गयी. सोमवार की शाम विवेक कुमार सिंह का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचा, जहां राजकीय सम्मान के साथ दाह संस्कार किया गया. इससे पहले सीआरपीएफ की टुकड़ी ने सैल्यूट करते हुए जवान को अंतिम विदाई दी. 2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुआ था विवेक विवेक कुमार सिंह का जन्म 1991 में हुआ था. 2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुआ था. मौजूदा समय में उनकी दिल्ली में ड्यूटी थी और वह मेडिकल कोर्स पर गया हुआ था. जहां पर उसकी अज्ञात बीमारी से मौत हो गयी है. विवेक के दो बच्चे हैं. लड़की की उम्र तीन साल व लड़के की उम्र डेढ़ साल है. विवेक कुमार सिंह का एक भाई विकास सिंह है जो पटना में नौकरी करता है. वैसे विवेक घर का बड़ा बेटा था और पूरे परिवार की उम्मीद उसी पर थी. जवान की मौत से परिजन ही नहीं, बल्कि आस पास के कई गांव के लोग सदमे में है. पति का पार्थिव शरीर देखते ही चीत्कार उठी पत्नी विवेक का पार्थिव शरीर घर के समीप पहुंचते ही, परिवार के लोग चीत्कार उठे. पत्नी पिंकी कुमारी तो सदमे में चली गयी. वह कभी बेहोश हो जाती, तो कभी पागलों की तरह चिलाने लगती. इस दृश्य को देखकर हर किसी के आंखों में आंसुओं का सैलाब तैरने लगा. चाचा उदय सिंह भी बिलख पड़े और बोले क्या हो गया. इधर, जानकारी मिली कि जवान विवेक के पिता भी सीआरपीएफ ने थे और उनकी भी मौत किसी अज्ञात बीमारी से हो गयी थी. पिता के अलावा मां का भी साया विवेक के सिर से पहले ही उठ गया था. डेढ़ वर्ष के बेटे ने दी मुखाग्नि जवान विवेक कुमार सिंह के पार्थिव शरीर को उनके डेढ़ वर्षीय पुत्र सूर्य प्रताप ने मुखाग्नि थी. चाचा के गोद में आंसुओं से भरे आंखों के सहारे जब अपने पिता को मुखाग्निक दे तो वहां पर मौजूद हजारों की भीड़ खामोश हो गयी. इस दृश्य को देखकर हर किसी का कलेजा कांप गया. बड़ी बात यह है कि थानाध्यक्ष विकास कुमार, एसआइ नीतीश कुमार, सूरज कुमार के साथ-साथ गांव के विधायक प्रतिनिधि रत्नाकर सिंह, विजय सिंह, मुखिया निरंजन साव, मुन्ना सिंह, रंजन पाल, सुजीत सिंह, विनय सिंह, अर्जुन कुमार, बिरजू कुमार, धनंजय कुमार, रमाकांत कुमार, धर्मेंद्र पासवान, जालंधर कुमार, सौरभ कुमार आदि ने अपने वीर जवान को सैलूट करते हुए श्रद्धांजलि दी.
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