Mahakumbh भगदड़ में अचानक लापता हुई बेटी, पैरो के नीचे चिल्लाती रही सोनम, मृतका की मां ने बतायी दर्दनाक कहानी
Mahakumbh Stampede: मृतका की मां रजनी कुंवर ने बताया कि जब पूरा परिवार एक साथ मेला होते हुए संगम स्नान करने जा रहा था, थोड़ी ही देर में अफरा-तफरी मच गयी. इसके बाद सोनम बचाओ-बचाओ का चिल्लाने लगी. इसके कुछ ही क्षण बाद भगदड़ मची और सोनम लापता हो गयी.
Mahakumbh Stampede: मौनी अमावस्या स्नान के दौरान महाकुंभ में मची भगदड़ में औरंगाबाद की 20 वर्षीय छात्रा की भी मौत हो गयी है. मृतका की पहचान हसपुरा थाना क्षेत्र के मनपुरा गांव निवासी अरुण कुमार सिंह की बेटी सोनम कुमारी के रूप में हुई है. वह स्नातक की छात्रा थी. गौरतलब है कि उक्त भगदड़ में गोह प्रखंड के सोसुना गांव निवासी राजमनी देवी की भी मौत हो गयी थी. ऐसे में औरंगाबाद के दो श्रद्धालुओं की मौत महाकुंभ के भगदड़ में हुई है. इधर, सोनम का शव गुरुवार को जैसे ही गांव में पहुंचा किकोहराम मच गया. हर किसी की आंखें नम हो गयी. गुरुवार की दोपहर हसपुरा थाने में पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करने के दौरान मृतका के चाचा राजीव रंजन ने बताया कि सोनम अपनी मां रजनी कुंवर व अपने ननिहाल हसपुरा प्रखंड के पौथु थाना क्षेत्र के सोन बरसा गांव के लोगों के साथ महाकुंभ में स्नान करने गयी थी. पूरा परिवार मेला घूमते-घूमते संगम स्नान करने जा रहा था. इसी दौरान साथ रहे कुछ लोग बिछड़ गये. अचानक हुई भगदड़ में सोनम समा गयी.
अचानक हुई भगदड़ और लापता हो गयी बेटी
मृतका की मां रजनी कुंवर ने बताया कि जब पूरा परिवार एक साथ मेला होते हुए संगम स्नान करने जा रहा था, उसी वक्त अचानक लोग इधर-उधर भागने लगे. थोड़ी ही देर में अफरा-तफरी मच गयी. इसके बाद सोनम बचाओ-बचाओ का चिल्लाने लगी. उसकी आवाज सुनकर वह भी बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगी. इसके कुछ ही क्षण बाद भगदड़ मची और सोनम लापता हो गयी. इसके बाद साथ रहे अन्य लोग लापता हो गये. काफी खोजबीन के बाद भी सोनम का पता नहीं चल सका. जब काफी संख्या में लोगों को मरने की सूचना मिली तो मन विचलित होने लगा. प्रयागराज जिला प्रशासन द्वारा उसके पास रहे आधार कार्ड से पहचान कर घटना की सूचना दी गयी.
तीन कमरों में बिखरे थे शव
मृतका के मामा सोनबरसा गांव निवासी दीपू शर्मा ने बताया कि जब प्रयागराज जिला प्रशासन द्वारा सोनम की मौत की सूचना मिली तो प्रयागराज शव खोजबीन करने पहुंचे. प्रयागराज में शव भी खोजने में काफी समस्या हो रही थी. शव खोजने के लिए तीन मेडिकल कॉलेज घुमा, लेकिन कही भी उसका नहीं मिला. कुछ लोगों द्वारा सूचना मिली की शव कुछ अन्य जगह पर रखे गये हैं. वहां कुछ अन्य लोग भी शव खोज रहे थे. तीन कमरों में शव बिखरे पड़े थे. एक-एक शव को देखकर खोजना मन विचलित होने जैसा महसूस हो रहा था.
हर कपड़े के नीचे दिख रही थी सोनम
हर शव से कपड़ा हटाने पर सोनम की ही शव होने का अनुभव हो रहा था. अंत मे जिला प्रशासन द्वारा बताया गया कि सोनम के शव की संख्या 66 है. इसके बाद 66 नंबर शव के पास पहुंचा और सोनम का शव दिखा तो स्तब्ध हो गया. इसके बाद परिजन प्रयागराज से सोनम के शव को लेकर हसपुरा थाना पहुंचे. यहां हसपुरा थाने की पुलिस परिजनों से जरूरी पूछताछ के उपरांत शव का पोस्टमार्टम कराकर दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया. परिजनों ने बताया कि मृतका सोनम कुमारी के पिता अरुण कुमार सिंह की वर्ष 2009 में आकस्मिक मौत हो गयी थी. इसके बाद उसकी मां खेती बाड़ी कर अपने परिवार का भरण पोषण करती है. मृतका सोनम तीन बहनों में बड़ी थी. वह गया में रहकर जनरल कंपटीशन की तैयारी करती थी. घटना के बाद से छोटी बहन दीक्षा और सुहानी समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, तो वही गांव में मातम पसरा है.
कुंभ गयी महिला के लापता होने से घरवाले हो रहे चिंतित
आमस के मुंगराइन से कुंभ नहाने गयी महिला का तीन दिनों के बाद भी कोई पता नहीं चलने से घर वाले बेहद चिंतित हैं. मालूम हो कि मुंगराईन गांव के रहने वाले विजय सिंह की पत्नी 67 वर्षीय जसवंती उर्फ जैमंती देवी सोमवार को गये से ट्रेन द्वारा स्नान करने कुंभ गयी थी जो लापता है. तीन दिन के बाद भी कोई पता नहीं चल सका है. घरवाले जीटी रोड जाम के बावजूद किसी तरह प्रयागराज पहुंच कर खोज शुरू कर दी है. लेकिन, गुरुवार को दिन भर खोज करने के बाद भी जैमंती का कोई पता नहीं चला है. ट्रेन से साथ में गये विनोद सिंह व उनकी कमली देवी का फोन भी नहीं लग रहा है. जिससे घरवाले बेहद परेशान हैं. खोजने गये छोटे पुत्र संदीप आदि ने बताया कि कुंभ में श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ है कि ढूंढना कठिन हो रहा है. कई अस्पतालों में भी खोज की लेकिन कहीं पता नहीं चल रहा है.बताया जाता है कि कुंभ में हुए भगदड़ वाली हादसे के बाद से जमंती लापता है.