श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को दिया अर्घ

आर्द्रा नक्षत्र के दूसरे रविवार को सूर्य मंदिर में पूजा के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

By Prabhat Khabar Print | June 30, 2024 9:45 PM

आर्द्रा नक्षत्र के दूसरे रविवार को सूर्य मंदिर में पूजा के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ देव. देस सूर्य मंदिर में आर्द्रा नक्षत्र के दूसरे रविवार को भगवान भास्कर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान की अराधना की. इससे पूर्व श्रद्धालुओं ने पवित्र सूर्यकुंड तालाब में डुबकी लगाकर भगवान सूर्य को अर्घ दान भी किया. हालांकि, सुबह से ही हल्की बारिश हो रही थी. बावजूद श्रद्धालुओं की लंबी कतार मंदिर में लगी रही. स्नान के उपरांत सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को दंडवत किया. करीब आधे किमी की दूरी दंडवत देते तय की. अहले सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. भगवान सूर्य के जयघोष से मंदिर परिसर गुंजायमान रहा. बड़ी बात यह है कि झमाझम बारिश भी श्रद्धालुओं के उत्साह को नहीं रोक सकी. मंदिर प्रशासन ने बताया कि अहले सुबह साढ़े तीन बजे से ही श्रद्धालु कतारबद्ध हो गये थे. वैसे भीड़ अधिक होने के कारण श्रद्धालुओं को भगवान सूर्य नारायण के दर्शन-पूजन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ा. मंदिर न्यास समिति व देव पुलिस की ओर से समुचित व्यवस्था की गयी थी. भीड़ को नियंत्रण करने के लिए जिला पुलिस की तैनाती भी की गयी थी. पुरुष व महिला सिपाही सुरक्षा में तैनात रहे. श्रद्धालुओं के सहयोग के लिए मेन गेट पर पुलिस के साथ-साथ न्यास समिति के लोग भी मौजूद थे. औरंगाबाद के अलावे गया, रोहतास, अरवल, जहानाबाद व झारखंड के पलामू, चतरा समेत अन्य जिलों से श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे. ज्ञात हो कि मंदिर में भगवान सूर्य तीन स्वरूपों में विराजमान हैं. श्रद्धालुओं की मानें, तो आर्द्रा नक्षत्र में सूर्य भगवान की पूजा का विशेष महत्व है. ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन से तीन स्वरूपी भगवान सूर्य के दर्शन मात्र से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इधर, आर्द्रा के मौके पर लगने वाले मेले में भी श्रद्धालुओं ने खरीदारी की. थानाध्यक्ष विकास कुमार, एसआइ नीतीश कुमार, एसआइ नीतू कुमारी मेले के हर भागों की गतिविधि पर नजर रख रहे थे. देव सूर्य मंदिर न्यास समिति के सचिव विश्वजीत राय ने बताया कि देव सूर्य मंदिर सूर्य अराधना के लिए पूरे देश में विख्यात है. यहां ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश रूपी एकादश सूर्य हैं. यह मंदिर काफी पौराणिक है. इस वजह से आस्था का एक बड़ा केंद्र है. भगवान को चढ़ाये फल का प्रसाद आर्द्रा नक्षत्र में आम और जामुन जैसे फलों का खासा महत्व है. वैसे भी सूर्यनगरी में आम और जामुन खरीदने की पुरानी परंपरा है. आर्द्रा में उन्हें फलों का भोग भगवान को लगाया जाता है. दूसरे रविवार को पहुंचे श्रद्धालुओं ने उक्त फलों की खरीदारी की और भगवान को अर्पित किया. उचक्कों ने श्रद्धालुओं की चेन उड़ायी आर्द्रा मेले में उमड़ी भीड़ का लाभ उचक्कों ने उठाया. रविवार को उचक्कों ने कई महिलाओं के गले से चेन उड़ा ली. इससे मेले में आएं अन्य लोग भी सहम गये. हालांकि, मेले में इस तरह की घटना को अंजाम देने वालों पर पुलिस की नजर रहती है. बावजूद उचक्के अपनी हरकत में सफल हो जाते हैं. हालांकि, पुलिस ने मामले में एक महिला को गिरफ्त में लिया है. थानाध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि उक्त महिला से पूछताछ की जा रही है. उसके पास से कोई समान बरामद नहीं हुआ है.

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