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Aurangabad News : लोक अदालत की तैयारी की नये जिला जज ने की समीक्षा

14 सितंबर को लगेगी लोक अदालत

By Prabhat Khabar News Desk | September 6, 2024 10:38 PM

औरंगाबाद शहर. जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष राज कुमार वन द्वारा शुक्रवार को 14 सितंबर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी की समीक्षा की गयी. व्यवहार न्यायालय के सभी न्यायिक पदाधिकारियों के साथ बैठक की और जायजा लिया. बैठक में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सत्य भूषण आर्या, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम पंकज मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश उत्पाद प्रथम धनंजय सिंह, विशेष न्यायाधीश उत्पाद द्वितीय नीतीश कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय धनंजय कुमार मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय सुनील कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विशेष न्यायाधीश पॉक्सो लक्ष्मी कांत मिश्र, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद भूषण सौरभ सिंह, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी माधवी सिंह, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम दीवान फहद, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सुकुल राम सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारी शामिल हुए. समीक्षा में सभी न्यायिक पदाधिकारियों से अपने-अपने न्यायालय द्वारा अब तक की गयी तैयारी को लेकर अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की. जिला जज ने समीक्षा के दौरान अब तक विभिन्न न्यायालयों द्वारा निर्गत नोटिस और उसके तामिला की जानकारी ली व पक्षकारों के साथ आयोजित होने वाले प्री-काउंसेलिंग प्रक्रिया के संबंध में अब तक किये गये कार्यों की समीक्षा की. जिला जज ने राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि अब तक जितने भी चिह्नित वाद न्यायालय में किये गये हैं और नोटिस निर्गत हुआ है उसके तामिला की अवस्था की जानकारी यथाशीघ्र प्राप्त करें व अधिक से अधिक पक्षकारों के साथ प्री-काउंसेलिंग की प्रक्रिया संबंधित न्यायालयों के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए करें. जिला जज ने सभी न्यायालय को प्री-काउंसेलिंग प्रक्रिया को और तेज करने के लिए प्रेरित किया तथा न्यायालय में लंबित सभी तरह के सुलहनीय मामलों में पक्षकारों को राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से अपने वाद को निस्तारित करने के लिए लगातार प्रेरित करते रहने के लिए निर्देश दिया. जिला जज ने समीक्षा के दौरान खासकर न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में लंबित मामलों पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए पक्षकारों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण रखने के लिए प्रेरित किया ताकि उन्हें अपने वाद को राष्ट्रीय लोक अदालत में निबटारा कराने में खुशी का भाव उत्पन्न हो और उनके माध्यम से आम जनमानस भी अपने-अपने वाद राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण के लिए प्रेरित हो सकें. जिला जज ने राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर अब तक किये गये कार्यों को सराहा तथा कहा कि यह निरंतरता राष्ट्रीय लोक अदालत तक सभी को बनाये रखने की आवश्कता है.

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