नहर का तटबंध टूटने से किसान परेशान, सिंचाई प्रभावित
अंबा : झारखंड के पठारी भाग में मूसलाधार वर्षा होने से पनछहिया नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है. वर्तमान में निकास के समुचित व्यवस्था नहीं होने से बाहरी पानी महुअरी नहर में प्रवेश कर गया है. अनावश्यक पानी प्रवेश करने से कुटुंबा के बधार में महुअरी वितरणी का तटबंध टूट गया है.
अंबा : झारखंड के पठारी भाग में मूसलाधार वर्षा होने से पनछहिया नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है. वर्तमान में निकास के समुचित व्यवस्था नहीं होने से बाहरी पानी महुअरी नहर में प्रवेश कर गया है. अनावश्यक पानी प्रवेश करने से कुटुंबा के बधार में महुअरी वितरणी का तटबंध टूट गया है.
उक्त नहर उत्तर कोयल मुख्य नहर से संचालित होती है. स्थानीय किसानों से प्राप्त जानकारी के अनुसार तटबंध टूटे तकरीबन एक सप्ताह से ऊपर बीत गये पर विभाग द्वारा उसे मरम्मत नहीं कराया जा रहा है. ऐसे में कुटुंबा सहित गोवास, विशुनपुर व अंबासाही आदि गांव के खेतिहरों के फसल की सिंचाई प्रभावित हो गयी है.
किसान औंकारनाथ सिंह, एस कुमार, छोटे सिंह आदि बताते हैं कि संयोग सही है कि इधर मौसम खरीफ फसल के अनुकूल रह रहा है. इसके बावजूद भी खर पतवार निकौनी कराने में काफी परेशानी हो रही है. किसानों ने विभागीय अधिकारियों से अविलंब तटबंध सुदृढ़ कराने की मांग की है.
इस संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए चीफ इंजीनियर मो शमीम मल्लिक से फोन पर संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि असमाजिक तत्व के लोगों द्वारा आरडी पांच पर नहर का तटबंध काट दिया गया है. इससे विभाग को काफी नुकसान हुआ है. मामले को लेकर संबंधित क्षेत्र के जेई के लिखित आवेदन पर कुटुंबा थाने में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
किसानों को सिंचाई करने में कोई कठिनाई न हो इसके लिए बोरा लगाकर मिट्टी से काफी मजबूत भराई की गयी थी. फिलहाल अलाउटमेंट का काफी अभाव चल रहा है. वैसे जबतक पानी का बहाव कम नहीं हो जाता है तबतक मरम्मत कराना संभव नहीं है. विदित हो कि उक्त बधार में फसल की सिंचाई करने के लिए सुही मोड़ के पास से नहर का पानी दिया जाता है. तटबंध डैमेज होने से फसल लगे खेत में न जाकर पुनः पानी डाउन साइड नहर में चला जा रहा है.
posted by ashish jha