दाउदनगर से चार व जम्होर से एक ट्रैक्टर जब्त
बालू उठाव पर रोक के बादभी चोरी-छिपे हो रहा खनन
बालू उठाव पर रोक के बादभी चोरी-छिपे हो रहा खनन दाउदनगर. औरंगाबाद जिले में 15 जून से नदियों से बालू उठाव पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है. इसके बाद भी बालू का अवैध धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है. माफियाओं के साहस के आगे पुलिस भी नतमस्तक हो चुकी है. सवाल उठता है कि आखिर अवैध बालू के कारोबार को रोकने में लगे खनन विभाग के अफसर और पुलिस की टीम कर क्या रही है. हालांकि, पुलिस टीम अपनी जिम्मेदारी निभा रही है. लेकिन, खनन विभाग पर लगातार सवाल उठते रहा है. एक बार फिर दाउदनगर व जम्होर थाने की पुलिस ने अवैध खनन, परिवहन और ओवरलोडिंग के विरुद्ध छापेमारी कर खनन में लगे पांच ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया है. दाउदनगर पुलिस ने सोन नदी से अवैध बालू खनन करते चार ट्रैक्टरों को पकड़ा है. यह कार्रवाई थानाध्यक्ष फहीम आजाद खान के नेतृत्व में की गयी है. थानाध्यक्ष ने बताया कि जिन ट्रैक्टरों को जब्त किया गया है, वे सोन नदी में अवैध तरीके से बालू खनन में लगे थे. गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गयी है. इस संबंध में विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है. हालांकि, किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. इधर, जम्होर थाना क्षेत्र के गीजना गांव के समीप से पुलिस ने अवैध बालू ढुलाई में लगे एक ट्रैक्टर को जब्त किया है. चालक पुलिस को देखते ही ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गया. थानाध्यक्ष राज किशोर प्रसाद ने बताया कि जब पुलिस ने ट्रैक्टर को पकड़ने के लिए घेराबंदी की, तो चालक ट्रैक्टर से बालू गिराकर फरार हो गया. फिलहाल, ट्रैक्टर को जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि 17 जून को बारुण थाने की पुलिस ने अवैध खनन के आरोप में एक ट्रक और एक ट्रैक्टर को जब्त किया था. यह भी ज्ञात हो कि नेशनल ग्रीन ट्रियूबनल की ओर से 15 जून से 15 अक्तूबर तक नदियों से बालू खनन पर प्रतिबंध लगाया गया है. कार्रवाई के बाद भी नहीं थम रहा धंधा सोन नदी का बालू चमकता सोना के रूप में विख्यात है. यही कारण है कि चोरी-छिपे बालू का अवैध कारोबार होते रहता है. 24 घंटे बालू माफियाओं की नजर चमकते सोने पर रहती है. खनन विभाग एवं पुलिस की ओर से की गयी कार्रवाई के दौरान अवैध बालू लदे ट्रैक्टर प्रायः जब्त होते रहते हैं. गिरफ्तारियां भी होती रहती हैं, फिर भी अवैध बालू खनन का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. रौंदने से भी बाज नहीं आते ट्रैक्टर चालक बालू के अवैध कारोबार ने कई लोगों की जान ली है. एक सप्ताह पूर्व यानी नौ जून को अवैध बालू लदे ट्रैक्टर ने जिला पुलिस बल के जवान दीपक कुमार सिंह को मुसेपुर खैरा के पास रौंद दिया था, जिससे सिपाही की मौत हो गयी थी. अवैध बालू लदे ट्रैक्टर की चपेट में आकर कई लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं. पुलिस की लगातार कार्रवाइयों के बावजूद भी अवैध बालू का धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है. लोगों का कहना है कि अवैध बालू लदे ट्रैक्टर के चालक इतनी तेज गति से ट्रैक्टर चलाते हैं कि सामने वाले व्यक्ति के साथ कभी भी कोई भी अनहोनी घटना होने की संभावना बनी रहती है. वैसे भी बालू लदे ट्रैक्टर से कुचलकर कई लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं. लाइनर निभाते हैं भूमिका 15 जून से सोन नदी से बालू का उठाव बंद हो गया है. इसके बाद भी अवैध बालू खनन का धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है. लोगों का कहना है कि नौ जून को सिपाही की मौत के बाद कुछ कमी आयी थी. हालांकि, माफियाओं पर नकेल कसने के लिए पुलिस लगातार प्रयास भी कर रही है. जानकारों का कहना है कि सोन तटीय इलाके की भौगोलिक स्थिति इस प्रकार की है कि अवैध बालू लोड करने वाले वाहन चालक उस भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाकर अवैध बालू की निकासी करते हैं. पुलिस अगर एक तरफ कार्रवाई करती है, तो वह दूसरी तरफ से निकल जाते हैं या ट्रैक्टर को झाड़ी में छिपा देते हैं. साथ ही लाइनर द्वारा पुलिस की गतिविधियों की जानकारी दी जाती है, जिसका लाभ अवैध बालू कारोबारियों को मिल रहा है. जिले की पुलिस द्वारा सोन नदी से अवैध तरीके से बालू खनन कर उसे परिवहन और भंडारण करने के मामले में लगातार अभियान चलाया जा रहा है. कुछ स्थानों पर पीकेट भी बनाये गये हैं. सूत्रों का कहना है कि बारुण से लेकर ओबरा व दाउदनगर तक के सोन तटीय इलाके में अवैध बालू की निकासी होती है, जिससे सरकार के राजस्व को चुनाव लग रहा है. क्या कहते हैं थानाध्यक्ष इस बाबत थानाध्यक्ष फहीम आजाद खान ने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह तत्पर है. अवैध बालू माफियाओं के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया जायेगा. इसके लिए लगातार पुलिस छापेमारी अभियान चला रही है.
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