चार शातिर पुलिस के हत्थे चढ़े
एटीएम फ्रॉड की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह का खुलासा
एटीएम फ्रॉड की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह का खुलासा औरंगाबाद ग्रामीण़ औरंगाबाद शहर में एटीएम फ्रॉड की घटना को अंजाम देने में लगे चार शातिरों को साइबर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनके पास से नकदी रुपये, मोबाइल, एटीएम व अन्य उपकरण बरामद किये गये हैं. वैसे उनकी गिरफ्तारी शनिवार की रात में की गयी है. गिरफ्तारी व बरामदगी से संबंधित जानकारी साझा करते हुए साइबर थाना के डीएसपी डॉ अनु कुमारी ने बताया कि विगत कुछ दिनों से औरंगाबाद जिला अंतर्गत विभिन्न थानों में एटीएम मशीन में छेड़छाड़ कर आम लोगों से पैसे की ठगी करने से संबंधित शिकायतें प्राप्त हो रही थीं. इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक स्वप्ना जी मेश्राम के निर्देशन पर पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष साइबर थाना की ओर से कुछ मामलों में कांड दर्ज कर तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था. 16 जून को तकनीकी विश्लेषण से पता चला एवं पुलिस उपाधीक्षक साइबर को सूचना प्राप्त हुई कि पुराने जीटी रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की एटीएम में एक एटीएम कार्ड फंसा हुआ है. इसके आलोक में पुलिस निरीक्षक रंजीत कुमार के नेतृत्व में जिला आसूचना इकाई एवं नगर थाना के पदाधिकारी के साथ कर्मियों की एक टीम का गठन करते हुए सूचना की पुष्टि के लिए भेजा गया. टीम की ओर से बैंक ऑफ बड़ौदा का सीसीटीवी फुटेज प्राप्त करते हुए विश्लेषण किया गया. फुटेज से प्राप्त डाटा के आधार पर खोजबीन के क्रम में एमजी रोड बाइपास के आगे एसबीआइ की एटीएम के समीप एक लाल रंग की गाड़ी में सवार लोगों में से एक व्यक्ति उतरकर एसबीआइ की एटीएम में जाने लगा. इसी क्रम में टीम की ओर से उक्त गाड़ी की तलाशी ली गयी. इस क्रम में प्लास्टिक के अंदर रखा एक टेस्टर, एक पिलास, एक डायल रिच, मार्कर, फेवीकोल, फेवीक्विक तथा 28 हजार 400 रुपये बरामद हुआ. पूछताछ के लिए कार में सवार सभी व्यक्तियों को थाना लाया गया. बताया गया कि ये लोग कुल पांच दोस्त हैं, जिसमें चार एटीएम मशीन में छेड़छाड़ व एटीएम कार्ड से फ्रॉड करने में संलिप्त हैं. एक साथी एटीएम का चैनल मैनेजर बनकर लोगों को दिग्भ्रमित करता था. वैसे गिरफ्तार शातिरों में गया जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र के बाजोल गांव निवासी आशीष सिंह के पुत्र दीपक सिंह, रामानुज सिंह के पुत्र अभिषेक राज, महुगाइन निवासी सत्येंद्र प्रसाद यादव के पुत्र चंदन कुमार और बदनुआ गांव निवासी भूषण सिंह के पुत्र देवनंदन कुमार शामिल हैं. पूछताछ के दौरान बताया है कि पूर्व में भी समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय थाना कांड संख्या 369/23 में जेल जा चुके हैं. छापेमारी टीम में पुलिस निरीक्षक बबन बैठा, रंजीत कुमार, नगर थाना के दारोगा प्रदीप कुमार, सिपाही रोहित कुमार, गोलू कुमार, डॉली कुमारी, आनंद राज, राहुल कुमार आदि शामिल रहे. फेवीक्विक से फंसा एटीएम कार्ड शातिरों की गिरफ्तारी उनके ही कारगुजारियों से हुई. सूत्रों से पता चला कि तीन शातिर पुरानी जीटी रोड पर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की एटीएम में घुसे और एटीएम लगाने वाली जगह पर फेवीक्विक डाल दिया. एक कस्टमर पैसा निकालने के लिए कार्ड डाला, तो उसका कार्ड फंस गया. इसके बाद ग्राहक ने बैंक मैनेजर सुनील कुमार को जानकारी दी. उन्होंने महाराजगंज रोड स्थित बैंक की दूसरी शाखा के मैनेजर प्रवीण कुमार सिंह को बताया. इसके बाद प्रवीण ने सीसीटीवी कैमरे की जांच की और एसपी को मामले से अवगत कराया. साइबर थाना की डीएसपी डॉ अनु कुमारी को भी जानकारी दी. इसके बाद समन्वय स्थापित कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी. ज्ञात हो कि बैंक कर्मी प्रवीण कुमार सिंह खुद चोरों का भुक्तभोगी हो चुके हैं. उनके घर से चोरों ने लाखों रुपये के सामान उड़ा लिये थे.
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