पीएम किसान सम्मान योजना के नाम पर ठगे जा रहे किसान

रुपये फंसे होने का हवाला देकर मांग रहे ओटीपी

By Prabhat Khabar News Desk | August 28, 2024 10:05 PM

औरंगाबाद/कुटुंबा. हैलो! मैं बिहार सरकार के कृषि विभाग से बोल रहा हूं. आपका पीएम किसान सम्मान योजना का 12 हजार रुपये आकर यहां लगा हुआ है. आप तुरंत मोबाइल फोन नंबर को आधार से लिंक करवा लीजिए, ताकि आपका पैसा मैं ससमय फारवर्ड कर दूं. आये दिन इस तरह का फॉल्स कॉल किसानों के मोबाइल पर आ रहा है. ऐसे में जिन किसानों का प्रधानमंत्री सम्मान योजना का लाभ मिलता है, वे ऐसी कॉल से हैरान है. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर उनका फोन नंबर कॉल करने वाले फर्जी कर्मियों को कहां से प्राप्त हो जाता है. हालांकि ऐसे कॉल मोबाइल पर आये, तो किसानों को पूरी तरह से सतर्क हो जाना चाहिए. 22 अगस्त को कुटुंबा थाना क्षेत्र के झिकटीया गांव निवासी प्रमोद पांडेय के मोबाइल नंबर 9939263022 पर कथित अधिकारी का फोन 8159045946 से कॉल आया कि आपका प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का 12 हजार रुपये फंसा हुआ है. उसे तत्काल भुगतान करना जरूरी है. आप अविलंब मोबाइल फोन को आधार से जोड़वा लीजिए. इस तरह के वाक्ये से उक्त किसान बिल्कुल अनभिज्ञ थे. उन्होंने आनन-फानन में कैफे में जाकर मोबाइल को आधार से लिंक करवा लिया. ठीक एक दिन के बाद 24 अगस्त शनिवार को पुनः उनके मोबाइल पर एक ओटीपी आया. जालसाज ने ओटीपी बताने पर तुरंत अकाउंट के तहत बकाया पैसा भुगतान करने का आश्वासन दिया. किसान के ओटीपी बताने के साथ ही पीएनबी की कुटुंबा शाखा के खाते से पैसे करने लगे. किसान ने बताया कि शुरू में 9998 रुपये फिर 10-10 हजार रुपये दो बार इसके बाद 15 हजार रुपये यानि दो दिनों के अंदर किसान प्रमोद पांडेय ने अपने खाते से तकरीबन 45 हजार रुपये गंवा दिया. इधर शनिवार से लेकर सोमवार तक लगातार बैंको में छुट्टी रहने के कारण प्रबंधक को कुछ भी नहीं बता पाया. मंगलवार को किसान को जानकारी हुई. इसके बाद बैंक में जाकर पता किया तो जानकारी हुई कि अकाउंट का सारा पैसा रांची में प्रभा देवी के पीएनबी के अकाउंट में ट्रांसफर किया गया है. गौरतलब है कि इस तरह के फर्जी कॉल आने से भोले-भाले किसान परेशान हैं. हैरत की बात तो यह है कि अपराधी किसानों के फोन नंबर के साथ डिटेल्स एड्रेस हैक कर इस तरह से झांसा दे रहा हैं. वैसे जानकारी मिली है कि सुदूर ग्रामीण इलाके के दर्जनों किसान अब तक जालसाज के चंगुल में फंस चुके हैं. इसके बावजूद प्रशासन और मीडिया कर्मियों को हकीकत बताने से परहेज करते रहे हैं. इस संबंध में डीएओ राम ईश्वर प्रसाद ने बताया कि कृषि विभाग से इस तरह का फोन किसी किसान को नहीं किया जाता है. साइबर डीएसपी डॉ अनु कुमारी ने बताया कि आपके मोबाइल पर फर्जी कॉल आये तो आप उसके झांसे में नहीं आएं. इसकी शिकायत पुलिस को तुरंत करें. साइबर अपराधी लोगों से ठगी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पीएम किसान सम्मान का साइट ओपेन है. जालसाज ग्राहक का नाम और फोन लेकर कॉल करते हैं. केवाइसी तथा आधार लिंक कराने के नाम पर ठगी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि औरंगाबाद में इस तरह की घटनाएं प्रकाश में आया है. ऐसे में किसानों को सचेत रहने की जरूरत है.

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