ऑपरेशन मुस्कान से मोबाइल धारकों की चेहरे पर लौटी खुशियां
किसी का छह माह पहले, किसी का साल-डेढ़ साल पहले गुम हुआ था मोबाइल
औरंगाबाद कार्यालय. मोबाइल हर व्यक्ति की जरूरत बनकर रह गयी है. बिना मोबाइल के एक कदम चलना भी मुश्किलों से भरा है. संचार क्रांति के इस युग में मोबाइल लाइफ-लाइन की तरह है. लेकिन जब लाइफ-लाइन कहे जाने वाला मोबाइल चोरी या गुम हो जाये, तो समझा जा सकता है कि संबंधित व्यक्ति को किन परेशानियों से गुजरना पड़ता है. ऊपर से मोबाइल में रहे तमाम तरह की सामग्रियों की चोरी होने की संभावना बनी रहती है. जब खोया व चोरी हुआ मोबाइल प्राप्त हो जाये, तो उस खुशियों को बयां करना भी एक बड़ी बात है. ऑपरेशन मुस्कान के तहत औरंगाबाद पुलिस ने एक-दो नहीं बल्कि दर्जनों लोगों की खुशियां वापस लायी है. जिन लोगों का मोबाइल गुम या खो गया था उन्हें ऑपरेशन मुस्कान के तहत खोजबीन कर असल धारकों को सुपुर्द किया गया. बुधवार को एसपी स्वप्ना जी मेश्राम के कार्यालय में वैसे 36 लोगों को बुलाया गया, जो मोबाइल से वंचित हो गये थे. इन सभी का मोबाइल किसी न किसी तरीके से प्राप्त कर उन्हें वापस लौटाया गया. 36 मोबाइलों की अनुमानित कीमत करीब नौ लाख रुपये है. सितंबर माह में मोबाइल गुम हुए थी और इसकी सूचना पुलिस में दर्ज करायी गयी थी. एसपी ने बताया कि वर्ष 2023-24 में लगभग 49 लाख 32 हजार रुपये का मोबाइल फोन बरामद कर पहले में ही असल धारकों को सुपुर्द कर दिया गया है. बुधवार को 36 लोगों का मोबाइल फोन वापस दिलाया गया.
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