कई कांडों में शामिल हार्डकोर नक्सली रविरंजन पासवान गिरफ्तार
गोह, रफीगंज व उपहारा थाने की पुलिस कर रही थी तलाश, हसनपुर गांव से धराया
दाउदनगर. कई नक्सल कांडों में फरार चल रहा हार्डकोर नक्सली रविरंजन पासवान उर्फ उदय उर्फ अवधेश पासवान आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इसकी गिरफ्तारी गोह थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव से की गयी है. नक्सली उदय की गिरफ्तारी से संबंधित जानकारी साझा करते हुए दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषिराज ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कई कांडों में संलिप्त नक्सली रवि रंजन पासवान उर्फ उदय उर्फ अवधेश पासवान अपने घर आया है. सूचना के आलोक में एसपी स्वप्ना जी मेश्राम के निर्देशानुसार उनके नेतृत्व में एक टीम गठित कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया. त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम उक्त गांव पहुंची और नक्सली उदय को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया. एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली के खिलाफ औरंगाबाद जिले के तीन थानों में पांच मामले दर्ज हैं. गोह थाने में कांड संख्या 84/10, 20/10, 04/11, उपहारा थाने में 45/10 और रफीगंज थाने में 316/20 दर्ज है. छापेमारी टीम में गोह थानाध्यक्ष कमलेश पासवान के अलावा सिपाही बमबम कुमार यादव, प्रभात कुमार, मंजूर आलम, विमलेश कुमार सिंह, रामाशीष पासवान, राकेश कुमार, विकास कुमार, चौकीदार जितेंद्र कुमार और महबूब अंसारी शामिल थे. ज्ञात हो कि वर्ष 2020 में रफीगंज प्रखंड के पोगर गांव स्थित ईंट भट्ठा पर नक्सलियों ने जेसीबी को जला दिया था. इस घटना में नक्सली उदय शामिल था और इसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी. गोह थाने में जितने भी मामले दर्ज है वह आर्म्स एक्ट से संबंधित है. जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार नक्सली वर्ष 2010 से नक्सल गतिविधियों में सक्रिय रहा है. इसकी गिरफ्तारी के लिए कई दफे पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन हर बार वह भागने में कामयाब रहा. वैसे भी नक्सल गतिविधियां अंतिम चरण में है. बड़े-बड़े नक्सली या तो मारे गये या पकड़े गये. बचे-खुचे नक्सली जान बचाने के लिए इधर-उधर भटक रहे है या छिपकर रह रहे है. हालांकि वे पुलिसिया रडार पर है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है