झारखंड की मूसलधार बारिश से कोयल नदी का दिखा रौद्र रूप
भीम बराज का 38 गेट ऑन कर सोन नद में दिया जा रहा दो लाख 21600 क्यूसेक पानी
औरंगाबाद/अंबा. मगध प्रक्षेत्र के हजारो हेक्टेयर भूमि सिंचित करने वाली उत्तर कोयल नहर का भीम बराज बाढ़ के पानी से डगमग कर रहा है. बराज के सुरक्षात्मक दृष्टि के ख्याल से जल संसाधन विभाग की टीम उक्त स्थल पर एग्जिक्यूटीव इंजीनियर विनीत प्रकाश के नेतृत्व में लगातार कैंप कर रही है. टीम में एई अजीत कुमार, प्रेम शंकर राय, जेई विनोद राम व राकेश रंजन समेत कर्मी शामिल है. फिलहाल बाढ़ का पानी नियंत्रण में है. जानकारी के अनुसार, झारखंड के पठारी भाग में हुई मूसलाधार बारिश से कोयल नदी उफान पर आ गयी है. शुक्रवार की देर शाम से लेकर शनिवार की दोपहर तक कोयल नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश जारी रहा. इसके पश्चात तीन अगस्त को तकरीबन 12 बजे के बाद से कोयल नदी का जल स्तर एकाएक ऊपर उठने लगा है. ऐसे वर्षो के बाद कोयल नदी में बाढ़ आयी है. बाढ़ के दृश्य देखकर नदी किनारे के गांव के लोग सहमे हुए है. अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती दौर में बराज से 46 हजार क्यूसेक पानी नीचे बहाया जा रहा था. इसके बाद तकरीबन पांच बजे शाम में बाढ़ का नजारा देखकर अधिकारियों ने बराज के 40 गेट में 38 गेट को ऑन कर दिया है. इसके बाद 123678 क्यूसेक पानी बहाया जाने लगा. इधर, संवाद लिखे जाने तक नदी का पानी और तेजी से बढ़ रहा है. बराज के एग्जिक्यूटीव इंजीनियर विनीत प्रकाश ने बताया कि छह बजे शाम के बाद से उक्त बराज से 221600 क्यूसेक पानी बराज से नीचे नदी में गिराया जा रहा है. वहीं राइट साइड का पूरा गेट डाउन कर मुख्य नहर का जल प्रवाह रोक दिया गया है. ताकि मुख्य नहर का बेड गाद के जमाव से बिल्कुल सुरक्षित रहे. ऐसे वरीय अधिकारियों ने बताया कि उत्तर कोयल नहर के रेगुलर संचालन होने से औरंगाबाद जिला को बॉर्डर पार कर नहर का पानी मुख्य अभियंता क्षेत्र गया में प्रवेश कर गया है. विदित हो कि विगत वर्ष आठ वर्षो के बाद कोयल नदी में इतना बाढ़ आया है. बराज निर्माण के बाद वर्ष 2016 के 16 अगस्त की रात में कोयल नदी में रिकार्ड तोड़ बाढ़ आया था. उस समय बराज का गेट नबंर 5,6,19और 25 सहित कई गेट टूटकर बाढ़ के साथ बह गया था. इसके बाद अधिकारियों ने स्टाॅप लाॅग लगाकर कोयल नहर का संचालन शुरू किया गया था. अधीक्षण अभियंता अर्जुन प्रसाद सिंह ने बताया कि कोयल नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होते देख बराज के डाउन साइड का गेट ऑन कर दिया गया है. ऐसे बराज पर अभी भी बाढ़ का दबाव बन रहा है. वहीं, डाल्टेनगंज में कोयल नदी का जल स्तर डाउन करने लगा है. सबकुछ सामान्य होने पर पुनः नहर का अनवरत संचालन शुरू कर दिया जायेगा. वैसै संबंधित क्षेत्र के अधिकारी व कर्मी नहर के रखरखाव को लेकर मॉनीटरिंग कर रहें हैं.
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