औरंगाबाद/अंबा. मद्य निषेध इकाई पटना व अंबा पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर अंबा बाजार के मछली मार्केट के पास से शराब लदे 22 चक्का कंटेनर को जब्त किया है. पुलिस ने उक्त कार्रवाई रविवार की देर रात में की है. थानाध्यक्ष राहुल राज ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि धंधेबाज पंजाब से शराब लेकर झारखंड के रास्ते हरिहरगंज-औरंगाबाद एनएच 139 से होकर गुजरने वाला है. सटीक सूचना पर मद्यनिषेध की टीम और अंबा की पुलिस रात में जगह-जगह पर सघन वाहन जांच शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस ने अंबा मछली मार्केट के समीप से शराब लदे कंटेनर को जब्त कर लिया. उक्त कंटेनर से 480 कार्टन अंग्रेजी शराब जब्त हुई, जिसकी अनुमानित कीमत 80 लाख से लेकर एक करोड़ रुपये तक बतायी जा रही है. शराब जब्त होने के बाद चालक व सह चालक को कब्जे में कर लिया गया. पकड़े गये लोगों में राजस्थान के बाड़मेर जिले के मुका भगत सिंह गांव निवासी सोना राम व खरिगा कुआं गांव निवासी ठाकरा राम शामिल है. पटना मद्य निषेध इकाई की टीम को खुफिया इनपुट मिली थी कि शराब माफिया पंजाब से झारखंड होते हुए अंबा-औरंगाबाद-दाउदनगर के रास्ते से शराब की खेप लेकर पटना की ओर जाने वाले हैं. इसके पश्चात मद्य निषेध इकाई की टीम अंबा पहुंची और स्थानीय पुलिस को साथ लेकर 22 चक्का कंटेनर की जांच की. थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में पुलिस के आवेदन पर पकड़े गये चालक व सह चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी ली जा रही है है. कंनेटनर नंबर के आधार पर भी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि जल्द ही इसके गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्त में लिया जायेगा. पुलिस का चकमा देने के लिए शराब माफियाओं ने शराब के कार्टन के ऊपर से धान का भूसा रखा था. पुलिस द्वारा जब ट्रक को रुकवाकर सर्च किया गया, तो पहले पुलिस को कुछ पता नहीं चला. इसके बाद जब उक्त ट्रक पर लदे भूसा की कुछ बोरियों को हटाया गया, तो पुलिस की आंखें फटी की फटी रह गई. भूसा के नीचे खुफिया तरीके से शराब की पेटियां सजायी गयी थी. छापेमारी में शामिल मद्य निषेध इकाई की टीम के सदस्यों ने बताया कि पकड़े गये चालक और सह चालक ने पूछताछ के क्रम में बताया है कि ट्रक में पंजाब से शराब लोड कर पटना ले जाया जा रहा था. पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ में शराब बहुत सस्ती है. वहां से शराब लाकर बिहार में बेचने पर दोगुनी कीमत मिलती है. ऐसे में कारोबारी को मोटी कमाई होती है. भारी मुनाफा के चक्कर में शराब माफिया ट्रक में भरकर शराब मांगते हैं. हालांकि, इस दौरान अक्सर धंधेबाज पुलिस के हत्थे चढ जाते है. लोग बताते हैं कि अगर उक्त शराब पटना तक पहुंच दिया जाता तो माफियाओं को 30 से 40 लाख तक की कमाई होती.
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