Lok Sabha Elections: देव पहुंचे स्टार पवन सिंह, काराकाट के लिए शुरू की कैंपेन
Lok Sabha Elections: भोजपुरी स्टार पवन सिंह आज देव पहुंचे. अपने निर्धारित समय से काफी देर से पहुंचे पवन सिंह ने यहां पूजा अर्चना की. उन्होंने कहा कि काराकाट की जनता का उन्हें लोकसभा चुनाव में भरपूर प्यार मिलेगा.
Lok Sabha Elections: मनीष राज, सिंघम (औरंगाबाद). रविवार को भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह औरंगाबाद के ऐतिहासिक व प्राचीन देव सूर्य मंदिर दर्शन करने पहुंचे. यहां से वे भगवान भास्कर का आशीर्वाद लेकर अपनी चुनावी कैंपेन की शुरुआत की. हालांकि पवन सिंह अपने निर्धारित समय से करीब छह घंटे देर से पहुंचे. पवन सिंह के देव आगमन पर उनके समर्थकों की देखने के किये भारी भीड़ उमड़ पड़ी.सूर्य मंदिर के कमिटी द्वारा पवन सिंह को गुलदस्ता व माला पहनाकर सम्मानित किया गया. वहीं कमिटी द्वारा भगवान भास्कर की प्रतीक चिन्ह भेंट की गई. सर्वप्रथम पवन सिंह ने भगवान भास्कर की मंदिर में पहुंचकर सूर्य मंदिर के गर्भ गृह में मत्था टेककर आशीर्वाद मांगा.
पूजा के साथ कर दी चुनाव प्रचार की शुरुआत
पूजा के बाद जैसे ही पवन सिंह देव सूर्य मंदिर पहुंचे उससे पहले से ही भीड़ बेकाबू थी. सुरक्षाबलों के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. काराकाट का सांसद कैसा हो- पवन भईया जैसा हो कि नारों से देव का इलाका गूंज उठा. इस दौरान समर्थकों की सेल्फी लेने की होड़ मच गई. पूजा पाठ के दौरान उन्होंने मीडियाकर्मी से किसी प्रकार की कोई बातें नही की. पवन सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से वे गायकी और नायिकी में चर्चित है वैसे ही वे संसद जाकर लोगों की आवाज उठाकर चर्चित बनेंगे. जिस तरह से जनता ने उन्हें अपना प्यार, दुलार, स्नेह और आशीर्वाद दिया है. वही प्यार, दुलार, स्नेह और आशीर्वाद राजनीति की नई पारी में भी मिलेगा.
जिला प्रशासन से नहीं मिली अनुमति
उन्होंने कहा कि भगवान सूर्य का आशीर्वाद प्राप्त कर आज से ही काराकाट में चुनावी कैंपेन की शुरुआत की जाएगी. हालांकि पवन सिंह को देव सूर्य मंदिर में दर्शन के बाद औरंगाबाद शहर के वीर लोरिक, बिहार विभूति बाबू अनुग्रह नारायण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा, कर्पूरी ठाकुर, सरदार पटेल, बाबा साहब अम्बेडकर, महात्मा गांधी, डॉक्टर शंकर दयाल सिंह, पृथ्वीराज चौहान एवं महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करना था. जिला प्रशासन द्वारा इसकी अनुमति नहीं दी गयी, जिसके कारण उन्हें यह कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा.