फर्जी चेक बनाकर लोगों के खाते से निकालता था पैसे, औरंगाबाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
साइबर थाना की पुलिस ने फर्जी चेक से राशि निकासी व ठगी में स्पर्ट एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है. शातिर के पास से टैबलेट,मोबाइल,डोंगल ,पेन ड्राइव,ब्लैक पेपर और ढेर सारे एटीएम बरामद हुए हैं.
Bihar News: औरंगाबाद में साइबर थाना पुलिस ने एक ऐसे शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है जो धोखाधड़ी और फर्जी चेक बनाकर उसके जरिए पैसे निकालने में माहिर है. उसके पास से बड़ी संख्या में एटीएम, क्लोन चेक आदि सामान बरामद हुआ है. ऐसा कहा जा सकता है कि पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है और पकड़ा गया अपराधी मास्टरमाइंड है. गिरफ्तार अपराधी की पहचान नालंदा जिले के इस्लामपुर थाना क्षेत्र के इस्लामपुर निवासी असलम वारसी के पुत्र मुजाहिद वारसी के रूप में की गयी है. बुधवार को पुलिस अधीक्षक स्वप्ना जी मेश्राम ने साइबर थाना की डीएसपी व अन्य पदाधिकारियों के साथ प्रेसवार्ता कर जानकारी साझा की.
क्लोन चेक से 92 हजार की निकासी
एसपी ने बताया कि शिवशंकर कुमार नामक व्यक्ति के खाते से फर्जी चेक के जरिये 92 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी. दो मई को वादी ने बताया कि उसके खाते से फर्जी चेक के जरिये 92 हजार रुपये निकाल लिये गये हैं. मामले की प्राथमिकी साइबर थाने में ही कांड संख्या 26/24 के रूप में दर्ज की गयी थी. फर्जी निकासी करने वाले शातिर और उसके गिरोह पर नकेल कसने के लिए साइबर पुलिस उपाधीक्षक अनु कुमारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया.
बरामद हुई ये चीजें
गठित टीम की जांच के दौरान मुजाहिद वारसी के बारे में जानकारी मिली, जो चेक क्लोनिंग का काम कर रहा था. पता चला कि मुजाहिद चेक क्लोनिंग के जरिए विभिन्न उपभोक्ताओं के बैंक खाते से रकम निकालकर धोखाधड़ी करता है. सॉफ्टवेयर एनालिसिस, टावर लोकेशन, सीडीआर, स्मार्ट रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर साइबर थाना और डीआईयू टीम ने उसके पटना स्थित ठिकाने पर छापेमारी की. इस क्रम में कई फर्जी चेक, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पेन ड्राइव, मोबाइल, उच्च गुणवत्ता वाले कागजात आदि बरामद किये गये.
चेक देखकर बैंक अधिकारी भी खा जाते थे धोका
कार्रवाई के दौरान पता चला कि मुजाहिद चेक क्लोनिंग करने का मास्टरमाइंड है और अलग-अलग शहरों में फर्जीवाड़ा करता है. वह इतनी सफाई से फर्जी चेक बनाता था कि बैंक अधिकारी भी उसे देखकर धोखा खा जाते थे.
आरोपी को भेजा गया जेल
एसपी ने बताया कि पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है. इसमें कई और लोगों के शामिल होने की आशंका है. गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ अलग-अलग जिलों में धोखाधड़ी के अलग-अलग मामले दर्ज हैं. उसने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. मामले में आवश्यक कार्रवाई के बाद उसे जेल भेज दिया गया. इस कार्रवाई में डीआईयू से पुलिस अवर निरीक्षक राम इकबाल यादव, प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक नेहा रंजन, सिपाही रोहित कुमार व डीआईयू टीम शामिल थी.