औरंगाबाद में मेडिकल में असफल छात्रा ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, कई महीनों से थी डिप्रेशन में

मृतका के पिता ने बताया कि मेडिकल परीक्षा में सफलता नहीं मिलने की वजह से वह मानसिक तनाव में रह रही थी. उसका इलाज भी कराया जा रहा था. 14 मई 2022 को अर्पणा की शादी पलामू जिले के रुद्र ओबरा गांव निवासी हिमांशु शेखर से हुई थी. कुछ दिनों से वह मायके में ही रह रही थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2022 3:51 PM
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औरंगाबाद शहर के क्षत्रिय नगर मुहल्ले में छह माह पहले ब्याही गयी एक नवविवाहिता ने डिप्रेशन के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना रविवार की रात की है. सोमवार की सुबह छात्रा फंदे के सहारे लटकी हुई पायी गयी. मृतका की पहचान रफीगंज प्रखंड के गाजी करमा गांव निवासी आनंद कुमार सिंह की पुत्री अर्पणा कुमारी के रूप में हुई है. इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है. गांव से लेकर क्षत्रिय नगर मुहल्ले में कोहराम मचा हुआ है.

डॉक्टर बनने का था सपना 

मिली जानकारी के अनुसार अर्पणा डॉक्टर बनने की तमन्ना के साथ मेडिकल की तैयारी कर रही थी. कई बार उसने परीक्षा दी, लेकिन सफलता हासिल नहीं हुई. उसके साथ पढ़ाई करने वाले कई दोस्त सफल हो चुके थे, इस वजह से वह और परेशान थी. पिछले कई दिनों से वह डिप्रेशन में थी और अंतत: उसने आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना पर नगर थानाध्यक्ष सतीश बिहारी शरण, दारोगा जितेंद्र कुमार सहित कई पुलिस कर्मी क्षत्रिय नगर स्थित आवास पर पहुंचे और मामले की छानबीन की. मृतका के पिता का बयान दर्ज कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करायी.

मानसिक तनाव में रह रही थी युवती 

पिता आनंद कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल परीक्षा में सफलता नहीं मिलने की वजह से वह मानसिक तनाव में रह रही थी. उसका इलाज भी कराया जा रहा था. 14 मई 2022 को अर्पणा की शादी पलामू जिले के रुद्र ओबरा गांव निवासी हिमांशु शेखर से हुई थी. कुछ दिनों से वह मायके में ही रह रही थी. डिप्रेशन के कारण उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली.

क्या कहते हैं थानाध्यक्ष

मामले के संबंध में नगर थानाध्यक्ष सतीश बिहारी शरण ने बताया कि नवविवाहिता छात्रा द्वारा आत्महत्या किये जाने की सूचना के बाद वो मौके पर पहुंचे और परिजनों से पूछताछ के आधार पर आगे की प्रक्रिया पूरी की. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. इधर क्षत्रिय नगर मुहल्ला स्थित मृतका के आवास पर काफी संख्या में लोग पहुंचे और बिलखते परिजनों को ढांढ़स बंधाया. मुहल्ले के लोग अचानक हुए इस घटना से सदमे में थे. हर किसी के जुबान पर एक ही बात आ रही थी कि अर्पणा पढ़ाई में काफी तेज थी. इसके बावजूद किस्मत उसके साथ नहीं थी.

पहले भी कई विद्यार्थी असफलता से घबराकर कर चुके है आत्महत्या

औरंगाबाद जिले में असफलता से घबराकर आत्महत्या करने वालों में अर्पणा अकेली नहीं है. कई विद्यार्थियों ने पहले इस तरह के घातक कदम उठा चुके है. औरंगाबाद शहर के सत्येंद्र नगर इलाका, न्यू एरिया, शाहपुर, बिराटपुर सहित कई इलाके में विद्यार्थियों ने पूर्व में डिप्रेशन की वजह से आत्महत्या की है. नवीनगर, रफीगंज और देव प्रखंड में भी कई घटनाएं हुई है.

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प्रभात खबर की अपील 

प्रभात खबर विद्यार्थियों से अपील करता है कि वे पढ़ाई के अधिक दबाव में न रहे. छात्र जीवन में मानसिक तनाव से दूर रहना चाहिए. तनाव दूर करने के लिए खेलों और मनोरंजन गतिविधियों में भाग लेना चाहिए. किसी तरह की परेशानी हो तो अपने माता-पिता या अभिभावक से जरूर शेयर करें. परेशानी में किसी तरह का गलत कदम नहीं उठायें. इतना ध्यान रखे कि आपके भरोसे आपका परिवार है.

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