अकेलापन का तनाव नहीं झेल सका अधेड़, फंदे से झूलकर की आत्महत्या
सदर प्रखंड के जम्होर गांव में एक 55 वर्षीय अधेड़ द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने का मामला प्रकाश में आया है.
औरंगाबाद. सदर प्रखंड के जम्होर गांव में एक 55 वर्षीय अधेड़ द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. घटना बुधवार की रात की है. वैसे मृतक की पहचान जम्होर गांव निवासी दुर्गा प्रसाद सिंह के पुत्र सुरेश सिंह चंद्रवंशी के रूप में हुई है. गुरुवार की सुबह ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस पहुंची और फंदे से लटक रहे शव को कब्जे में लेकर औरंगाबाद में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करायी. जानकारी के अनुसार सुरेश सिंह चंद्रवंशी जम्होर स्थित घर में अकेले ही रह रहे थे. डेढ़ माह पहले दिल्ली से नौकरी जाने के बाद घर लौटे थे. उनके दो भाई दिल्ली में ही नौकरी कर रहे थे. घर लौटने के बाद बिल्कुल उन्हें अकेलापन महसूस हो रहा था. जानकारी मिली कि एक ठेकेदार के माध्यम से गुरुवार की सुबह उन्हें मुंबई रवाना होना था. किसी जगह पर एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है और उसमें उन्हें काम दिलाने की बात हुई थी. मुंबई जाने के लिए टिकट भी बन गया था, लेकिन मुंबई जाने से चंद घंटे पहले बुधवार की रात आत्महत्या कर ली. पता चला कि गुरुवार की सुबह जब घर के समीप कोई हरकत नहीं हुआ, तो कुछ लोगों ने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा नहीं खुला. इसके बाद आसपास के लोग किसी तरह दरवाजा खोलकर अंदर घुसे तो ग्रिल में मफलर के सहारे सुरेश चंद्रवंशी को झूलते हुए पाया. देखते-ही- देखते वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया. घटना की सूचना पुलिस को दी गयी. कुछ ही क्षण में जम्होर थाने की पुलिस पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से शव को फंदे से उतारकर आगे की प्रक्रिया में जुट गयी. मृतक का भतीजा व बोधगया निवासी छाया सिंह ने बताया कि उनकी शादी नहीं हुई थी और वह अकेले ही घर में रह रहे थे. उनका परिवार नहीं रहने के कारण वे डिप्रेशन में थे. मुंबई जाने के लिए कालका मेल में एक अपने मित्र के साथ टिकट भी कराया था. गुरुवार की सुबह मुंबई रवाना होना था. जब वह समय से स्टेशन नहीं पहुंचे, तो उनके मित्र द्वारा दरवाजे पर जाकर आवाज लगायी गयी. इधर, जम्होर थानाध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद ने बताया है कि औरंगाबाद में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूर्ण कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है. प्रारंभिक जांच में डिप्रेशन से आत्महत्या करने की बात सामने आयी है. अब तक किसी तरह का आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.