घटना के विरोध में दोपहर बाद बंद हो गया नवीनगर बाजार
श्रेया की मौत के बाद नहीं थम रहा बवाल
नवीनगर. नवीनगर की 11वीं की छात्रा श्रेया कुमारी की मौत के बाद का बवाल नहीं थम रहा है. परिजन और शहर के लोग श्रेया की मौत को पूरी तरह हत्या मान रहे है. जबकि, पुलिस हत्या व आत्महत्या के बिंदू पर छानबीन कर रही है. बड़ी बात यह है कि इस मामले में पुलिस द्वारा अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गयी. तीन लोगों का नाम परिजनों द्वारा दिये जाने के बाद भी उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया. इस वजह से लोगों में आक्रोश और बढ़ गया है. इधर, श्रेया की मौत के विरोध में शुक्रवार की दोपहर से नवीनगर बाजार पूरी तरह बंद रहा. आक्रोशितों ने एक-एक दुकानों को बंद कराया. वैसे स्थानीय व्यवसायियों ने भी बिना कुछ कहे अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दी. इधर, नवीनगर थाना मोड़ और बस स्टैंड के पास सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित पहुंचे और पुलिस की कार्यशैली का विरोध करते हुए आगजनी की. मुख्य सड़क को पूरी तरह बाधित कर दिया. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. आक्रोशितों का कहना था कि श्रेया की हत्या हुई है और नाम आने के बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की गयी. बड़ी बात यह है कि बाजार में आक्रोशित हंगामा मचाते रहे और शाम तक पुलिस के पदाधिकारी उन्हें समझाने तक भी नहीं पहुंचे. आक्रोशितों का स्पष्ट कहना था कि आंदोलन आगे भी जारी रहेगा. वैसे आक्रोशितों के आक्रोश के बाद बस स्टैंड, न्यू एरिया, मंगल बाजार, शनिचर बाजार, जनकपुर पोखरा सहित तमाम बाजारों के दुकान बंद रहे. बौद्धिक विचार मंच ने की कार्रवाई की मांग श्रेया कुमारी की मौत मामले में बौद्धिक विचार मंच ने निंदा करते हुए आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की. मंच के सचिव डॉ शारदा शर्मा एवं अध्यक्ष अखिलेश्वर सिंह ने कहा कि श्रेया की मां ने पुलिस को अपहरण की सूचना दी थी. इसके बाद भी समय पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. अंतत: उसे जान गंवानी पड़ी. मंच के उपाध्यक्ष मो मुस्ताक हाजी , प्रो चंद्रदीप सिंह, संरक्षक प्रो जगनारायण सिंह, कोषाध्यक्ष रामजनम सिंह ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली को चूक बताते हुए जल्द कार्रवाई की मांग की.
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