Aurangabad News: कुटुंबा पुलिस व एसएसबी की संयुक्त कार्रवाई में एक नक्सली गिरफ्तार, लम्बे समय से पुलिस को थी तलाश

Aurangabad News: औरंगाबाद में कुटुंबा थाने की पुलिस और एसएसबी की संयुक्त कार्रवाई में जेजेएमपी हाइकोर नक्सली को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस को लम्बे समय से उसकी तलाश थी.

By Prabhat Khabar News Desk | August 7, 2024 9:11 AM

Aurangabad News: औरंगाबाद में कुटुंबा थाने की पुलिस और एसएसबी 29वीं वाहिनी काला पहाड़ की संयुक्त कार्रवाई में जेजेएमपी हाइकोर नक्सली अरविंद राम सोमवार को गिरफ्तार किया गया है. उक्त नक्सली कुटुंबा थाना क्षेत्र के कटकुर गांव का मूल निवासी है. वह विभिन्न क्षेत्रों में घुम-घुम कर अपराधिक घटनाओं का अंजाम देता था और फिर घर छोड़कर फरार हो जाता था. उसकी गिरफ्तारी उसके घर से हुई है.

लम्बे समय से पुलिस को तलाश

थानाध्यक्ष अक्षयवर सिंह ने बताया कि उसके विरुद्ध औरंगाबाद जिले के कुटुंबा, टंडवा व बड़ेम सहित रोहतास के अमझोर व झारखंड के हुसैनाबाद थाने में केस दर्ज है. इनमें से कुटुंबा और अमझोर थाने में उसके विरुद्ध कुर्की वारंट था. लंबे अर्से से पुलिस को उसकी तलाश थी. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उसके निश्चित ठिकाने पर छापेमारी कर उसके घर से उसकी गिरफ्तारी की गयी है.

वर्षों से चल रहा था फरार

इधर नक्सली ऑपरेशन छापेमारी दल में शामिल एसएसबी उप कमांडर शिवांक पांडेय ने बताया कि 29वीं बटालियन एसएसबी गया हरे कृष्ण गुप्ता के निर्देश पर यह कार्रवाई की गयी है. कुटुंबा पुलिस द्वारा पहले उसके घर छापेमारी और कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की गयी थी. उन्होने बताया कि अमझोर थाने के केस में वह वर्षों से फरार चल रहा था. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही थी. इसके बावजूद वह पुलिस गिरफ्त से बाहर चल रहा था.

एक स्कूल वैन को पेट्रोल छींटकर जला दिया था

कुटुंबा थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार झारखंड जन मुक्ति परिषद नक्सली (जेजेएमपी) अरविंद राम वर्ष 2017 में थाना क्षेत्र के तुरता मोड़ के समीप एक स्कूल वैन को पेट्रोल छींटकर जला दिया था. इसके बाद फायरिंग करते हुए भाग निकला था. उक्त घटना में तीन लोगों के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. मामले में कांड संख्या 182/17 दर्ज करायी गयी थी और अन्य अपराधियों के साथ अरविंद भी नामजद करार दिया गया था.उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ की गयी है. उसने कई मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. इसके पश्चात आवश्यक कागजी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार नक्सली को न्यायिक हिरासत में सुपूर्द कर दिया गया.

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उस समय अपराधियों ने स्कूली वैन का निशाना क्यो बनाया था

इसका खुलासा आज तक नहीं हुआ. वैन मालिक टंडवा थाना क्षेत्र के रतन सिकरीया निवासी मंटू सिंह की किसी से दुश्मनी भी नहीं थी. वे खुद से स्कूली वाहन का ड्राइव कर रहे थे. वे उक्त दिन मैजिक से बच्चों को लाने तुरता गये थे. तुरता व समदा गांव के आठ बच्चों को लेकर स्कूल पहुंचाने जा रहे थे. इसी क्रम में सोहर बिगहा गांव स्थित नटिनदाई मंदिर के समीप अपराधियों ने स्कूली वैन को आग के हवाले कर दिया था. यहां तक कि मंटू को नीचे उतार उसकी मोबाइल भी छीन ली थी. वैन में सवार बच्चों को भी नीचे उतार दिया था. घटना के अंजाम देने के बाद स्कूल मालिक को घटना की खबर देने की बात कहकर अपराधी वहां से फायरिंग करते हुए भाग निकले.

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