भरभरा कर गिरा पुराना पक्का मकान
बाल-बाल बचे परिवार के सदस्य
बाल-बाल बचे परिवार के सदस्य गोह. पिछले दो दिनों से रूक-रूककर हो रही बारिश से कच्चे मकानों के गिरने का सिलसिला जारी है. रविवार की शाम बंदेया थाना क्षेत्र के रूकुंदी गांव में एक पुराना पक्का मकान ध्वस्त हो गया. गनीमत रही कि समय रहते घर में रहे परिवार के लोगों ने अपनी जान बचा ली. जानकारी मिली कि घर के एक कमरे में सोनी नाम की महिला खाना बना रही थी. जैसे ही वह जरूरत के अनुसार पानी के लिए निकली, वैसे ही उक्त कमरा धराशायी हो गया. पता चला कि रुकुंदी गांव निवासी सोहराई दास अपनी पत्नी तेतरी देवी पुत्र रविरंजन राम, पुत्र बधू शोभा देवी के साथ घर के आंगन में बैठे थे. पुत्री सोनी कुमारी अपने दो वर्षीय पुत्र सुशांत कुमार को गोद में लेकर एक कमरा में खाना बना रही थी. इस दौरान पानी लाने को लेकर जैसे ही सोनी घर से आंगन में गयी, तो तेज धमाके की आवाज के साथ एक साथ दो कमरे ध्वस्त हो गये, जिससे सोनी एवं उसका पुत्र बाल-बाल बच गया. पीड़ित गृहस्वामी ने बताया कि अगर आंगन की तरफ मकान गिरता, तो पूरा परिवार दब जाता. भगवान ने पूरे परिवार को बाल-बाल बचा लिया. मकान गिरने से घर में रखा गल्ला, बरतन, कपड़ा समेत गृहस्थी का सामान भी दब गया. पीड़ित ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है.
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